उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उच्च-स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ESDM) राउंडटेबल का आयोजन किया

Published on December 3, 2025 | Views: 279

उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उच्च-स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ESDM) राउंडटेबल का आयोजन किया

उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिज़ाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग (ESDM) में प्रमुख गंतव्य बनने की दिशा में अपने प्रयासों को और मजबूत किया। इस दिशा में राज्य के वरिष्ठ नीति-निर्माताओं और शीर्ष उद्योगपतियों ने बुधवार को हयात, लखनऊ में आयोजित उच्च-स्तरीय राउंडटेबल के लिए एकत्र हुए।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री दीपक कुमार ने राज्य की 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की ओर प्रगति को उजागर किया और निवेशकों के लिए सुगम वातावरण सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने घोषणा की कि निवेश मित्र 3.0 जल्दी ही लॉन्च किया जाएगा, जो सिंगल-विंडो क्लियरेंस को और सरल व त्वरित करेगा और राज्य में औद्योगिक स्थापना एवं व्यवसाय में सुगमता को तेज करेगा। उन्होंने कहा कि लैंड बैंक, 27 इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स (IMLC) रेडी पॉकेट्स, विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति, डाटा सेंटर इकोसिस्टम और इमर्जिंग आईटी पार्क्स जैसी सुविधाएं एडवांस मैन्युफैक्चरिंग को पूर्ण समर्थन देती हैं।

राज्य के दीर्घकालिक विकास रोडमैप को रेखांकित करते हुए, माननीय मुख्यमंत्री जी के सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी ने वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश के लिए 6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के विज़न को साझा किया और इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, मैन्युफैक्चरिंग, पर्यटन और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज में विकास को तेज करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, विस्तारित एक्सप्रेसवेज नेटवर्क और दादरी में मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स हब जैसे प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया, जो राज्य की औद्योगिक प्रतिस्पर्धात्मकता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएंगी।

माननीय मुख्यमंत्री जी के सलाहकार श्री के.वी. राजू ने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार की निवेशकों को सहज सहयोग प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश उन सभी उद्यमों के लिए पूरी तरह तैयार है, जो राज्य में अपनी स्थापना या विस्तार करना चाहते हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार सक्रिय, उत्तरदायी और निवेशक-अनुकूल बनी हुई है, ताकि हर प्रस्ताव को समय पर सुविधा प्रदान की जा सके और निवेशकों के लिए एक सुगम और विश्वासपरक निवेश अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।

व्यापक औद्योगिक परिदृश्य पर बोलते हुए, नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव और आर्थिक विकास मिशन के नोडल अधिकारी श्री आलोक कुमार ने राज्य में अनुकूल निवेश वातावरण को रेखांकित किया, जो प्रगतिशील नीतियों, बेहतर कानून-व्यवस्था और उच्च गुणवत्ता वाले तकनीकी प्रतिभा से सुसज्जित है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब डिज़ाइन आधारित और नवाचार-संचालित विनिर्माण के लिए देश की सबसे मजबूत आधारशिलाओं में से एक प्रदान करता है।

इससे पूर्व प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुराग यादव ने उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में शानदार प्रदर्शन कर रहा है और सेमीकंडक्टर्स, ड्रोन तथा नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में भी अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने साझा किया कि अब भारत में मैन्युफैक्चर्ड मोबाइल फोन का लगभग आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश में बनता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश उच्च-मूल्य वाले इलेक्ट्रॉनिक्स और डिज़ाइन क्षेत्र में स्थिर रूप से अपनी स्थिति बना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में प्रमुख ड्रोन निर्माता राफे (RAPHE) स्थित है, जो एयरोस्पेस तकनीकों में नवाचार कर रहा है। इसके अतिरिक्त, सौर ऊर्जा क्षेत्र की चार बड़ी एंकर कंपनियाँ राज्य में अपने संचालन स्थापित कर रही हैं, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा।

उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने मोबाइल डिवाइस, सेमीकंडक्टर्स, कंपोनेंट्स, ड्रोन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और नवीकरणीय प्रौद्योगिकियों में अवसरों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने राज्य की सेक्टर-केन्द्रित नीतियों, व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल कार्यबल की सराहना की, साथ ही निवेश मित्र और निवेश सारथी के माध्यम से प्रदान की जा रही सुविधाओं की भी प्रशंसा की।

इस अवसर पर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश की व्यापक नीतिगत रूपरेखा से अवगत कराया गया, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों में विकास को तेज करने के लिए तैयार किया गया है। प्रमुख पहलों में उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी, उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी और उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर पॉलिसी को रेखांकित किया गया, जो राज्य के प्रतिस्पर्धी और नवाचार-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। प्रस्तुतिकरण में राज्य में तेजी से विकसित हो रहे इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर परिदृश्य का विवरण भी दिया गया और पीलीभीत, बाराबंकी और गोरखपुर में प्रस्तावित ईएसडीएम पार्कों के विषय में बताया गया, जिनको पीपीपी द्वारा विकसित किया जाएगा। उच्च-मूल्य मैन्युफैक्चरिंग, डिज़ाइन और अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी विकास के एकीकृत हब के रूप में विकसित करने की योजना है।
इस बैठक में माननीय मुख्यमंत्री जी के सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी और डॉ. के.वी. राजू, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुराग यादव; नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव एवं आर्थिक विकास मिशन के नोडल अधिकारी श्री आलोक कुमार के साथ-साथ इन्वेस्ट यूपी और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। 30 से अधिक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों जैसे डिक्सन टेक्नोलॉजीज, सुमितोमो कॉर्पोरेशन, सेम्बकॉर्प, हैयर, इंडोस्पेस, टाटा प्रोजेक्ट्स, हेवेल्स, सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स, ऐडवर्ब, बोट लाइफस्टाइल और अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जो राज्य के तेजी से विकसित हो रहे इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र में बढ़ते उद्योग विश्वास को दर्शाता है।
राउंडटेबल का समापन इस प्रतिबद्धता के साथ हुआ कि उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रॉनिक्स डिज़ाइन, इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक वैश्विक प्रतिस्पर्धी हब के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो राज्य के तीव्र औद्योगिक विकास और “विकसित भारत @2047” के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

Category: Business


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