Published on November 15, 2025 | Views: 579
पथवारी गली में चल रही श्रीमदभागवत कथा के चतुर्थ दिवस में अंतराष्ट्रीय कथा प्रवक्ता ब्रजेश कुमार ब्यास ने कथा में भगवान के 24 अवतारों परषु, चार सनत कुमार, वराह, नारद, नर-नारायण, कपिल, दतात्रेय, याज, ऋषभ, पृयु, मतस्य, कच्छप, धनवंतरी, मोहिनी, नृसिंह, हयग्रीव, वामन, परशुराम, व्यास, राम, बलराम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि आदि का वर्णन किया व श्रोताओं को राजा परीक्षित को मिले श्राप से मुक्ति दिलाने के उपाय का वर्णन करते हुए बताया कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण ही मुक्ति का सरल उपाय है। उन्होंने मुक्ति के उपाय के रूप में कथा का श्रवण करना, भक्ति और करुणा से भरे हृदय से रहना और सदाचार का पालन करना बताया।
उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मन शांत होता है, विचार बदलते हैं और अंत में भगवान में लीन हो जाते हैं, जिससे संसार से आवागमन से मुक्ति मिलती है। इसके अतिरिक्त, निस्वार्थ कर्म, सत्यनिष्ठ प्रेम और भगवान के प्रति पूरी श्रद्धा भी मुक्ति के साधन हैं।
इस अवसर पर पूरन चंद गोस्वामी, बैकुंठ नाथ पांडेय, बलराम पांडेय, महेश पांडेय, ब्रजेश पांडेय, गोकुलेश पांडेय, कन्हैया पांडे, जमुना पांडे, महेश पांडेय,नारायण पांडेय, योगेश पांडेय, गणेश पांडे, मुरारी पांडेय आदि की उपस्थिति मुख्य रही।
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