राजधानी के कैंटोनमेंट इलाके में बुधवार को मिड-डे-मिल के तहत अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से मिलने वाले ब्वॉयल्ड मिल्क के बदले में पराग का फ्लेवर्ड मिल्क पीने से 57 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज हो रहा है। बीएसए ने हाल ही में मिड-डे-मिल का नया मीनू जारी किया था, जिसमें दूध को शामिल किया गया था। इसके तहत बुधवार को सरकारी स्कूलों के बच्चों को दोपहर के खाने में कोफ्ता-चावल के साथ पराग का दूध दिया गया। इसे पीते ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। उल्टी की शिकायत होने पर उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है। अभिभावकों ने किया स्कूल का घेराव बच्चों के बीमार होने पर अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर जमकर हंगामा किया। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुचे बीएसए और सीएमओ ने स्थिति का जायजा लिया। अस्पताल में भर्ती बच्चों को खतरे से बाहर बताया गया है। घटना की जांच के लिए डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है। अधिकारियों ने दूध के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। कैंटोनमेंट बोर्ड के सीइओ ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं।