झमाझम क्रिकेट के सबसे रंगीन टीम चेन्नई सुपरकिंग का अब खेल खत्म होता नजर आ रहा है। वजह स्पॉट फिक्सिंग में गुरूनाथ मयप्पन की काले कारनामे का खुलता कच्चा चिट्ठा अब धोनी के इस टीम पर भारी पड़ता दिख रहा है। स्पॉट फिक्सिंग के काले खेल में चेन्नई टीम के दामन भी दागदार होने से नहीं बच सका। जयपुर में 12 मई 2013 को चेन्नई और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेले गए मैच को फिक्स बताया गया। इस मैच के अलावा 14 मई को दिल्ली और चेन्नई मैच में भी टीम, टॉस और वेदर से जुड़ी जानकारियां देने के काले खेल में भी तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई टीम के प्रिसिंपल गुरुनाथ मयप्पन को बॉलीवुड एक्टर विंदू दारा सिंह के साथ शामिल पाया गया और इसके लिए गुरुनाथ मयप्पन के साथ विंदू दारा सिंह को भी गिरफ्तार भी किया गया। लेकिन गिरफ्तारी के बाद अपने दामाद मयप्पन के बचाव में एन श्रीनिवासन ने ये दलील दी कि मयप्पन एक खेल प्रेमी है और वो टीम के गतिविधियों में किसी भी तरह शामिल नहीं है। लेकिन इस काले खेल की आंच से खुद एन श्रीनिवासन भी नहीं बच सके सुप्रीम कोर्ट का ऐसा डंडा चला कि जांच तक एन श्रीनिवासन को अपनी कुर्सी से भी दूर होना पड़ा। अब ख़बर है कि मुद्गल कमेटी जो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपनी जा रही है। उसमें वॉयस सेंपल जो मय्पन की आवाज से सीधे मेल खाते हैं न केवल उसका जिक्र है बल्कि सूत्रों की माने तो उसमें साफ कहा गया है कि मयप्पन सिर्फ एक क्रिकेट फैन नहीं थे, बल्कि टीम की मैनजमेंट में सीधे तौर पर शामिल थे। लिहाजा आईपीएल नियमों के मुताबिक टीम का कोई भी मालिक सट्टेबाजी या फिर फिक्सिंग में संलिप्त पाया जाता है तो उसकी फ्रेंचाइजी को तुरंत खत्म कर दिया जाएगा। ऐसे में चेन्नई सुपर किंग्स का भविष्य दांव पर लग गया है