विंडीज़ का जाना और लंका का आना साबित हो सकता है टीम इंडिया के लिए विश्व कप का मास्टर प्लान, क्योंकि हर बढ़ता मैच 4 महीने बाद ऑस्ट्रेलिया में ताज़ डिफेंड करने की तैयारियों के लिहाज़ से टीम इंडिया के लिए बेहद अहम है और लंका का विंडीज़ की जगह 5 वन-डे मैचों की सीरीज़ के लिए आना साबित हो सकता है टीम इंडिया के लिए बेहद फायदेमंद और इसकी एक नहीं कई वजह हैं। सबसे पहली वजह ये कि लंका के खिलाफ सीरीज़ में जीत टीम इंडिया को एक बार फिर से आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन सकती है। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ में बादशाहत गंवाने के बाद अब टीम इंडिया रैंकिंग में तीसरे पायदान पर है। लेकिन लंका के खिलाफ 4-1 या 5-0 से जीत माही आर्मी को एक बार फिर से नंबर वन बना देगी। लंका से होंगी तैयारी पुख्ता कैरेयिबाई टीम कितनी कमज़ोर है, ये हर कोई जानता है। वहीं लंकाई टीम वन-डे में अपने दिन क्या कर सकता है ये किसी से छिपा नहीं है। वैसे भी लंकन टीम फिलहाल टॉप फॉर्में मे चल रही है। टीम रैंकिंग में टीम इंडिया से सिर्फ 1 पायदान नीचे नंबर 4 पर है। पिछले एक साल में श्रीलंकाई टीम ने वनडे में सबसे ज्यादा मुकाबले जीते हैं और उसके नाम 28 मुकाबलों में 18 जीत और सिर्फ 9 हार हैं यही नहीं टीम में थरंगा,दिलशान,संगाकारा,जयवर्धने और कप्तान मैथ्यूज़ के रूप में टीम इंडिया के गेंदबाज़ों के किसी भी ग्राउंड पर कभी भी चुनौती साबित होने वाले धुआंधार बल्लेबाज़ी लाईन अप है तो मलिंगा,मैथ्यूज़,परेरा,हेराथ,मेंडिस जैसे वर्ल्ड क्लास गेंदबाज़ी लाईन अप है जो बल्लेबाज़ों का कड़ा इम्तिहान लेने की मादा रखती है। वैसे पिछले 4-5 सालों में दोनों देशों के बीच जितने मुकाबले खेले गए हैं। उतने किसी दो टीम के बीच नहीं हुए। रपिछले 5 सालों में भारत और लंका ने 31 मुकाबले खेले, जिसमें 18 में टीम इंडिया को जीत मिली और 11 लंका ने जीते। कुल मिलाकर अगर अब हर मैच विश्व कप की तैयारियों का अभ्यास है तो लंकाई टीम टीम इंडिया को हर लेवल पर करेगी जबर्दस्त टेस्ट चाहे, फिर वो डेथ ओवर गेंदबाज़ी की चिंता हो या फिर स्विंग गेंदबाज़ी के समने बल्लेबाज़ों की परीक्षा।