कृषि संबंधी संकट के मद्देनजर किसानों तक पहुंच बनाने के लिए किसान रैली के बाद अब राहुल गांधी किसान पदयात्रा निकालेंगे। चूंकि कांग्रेस अपनी खिसकती जमीन बचाने के लिए भूमि अधिग्रहण विधेयक को एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में हैं, ऐसे में राहुल गांधी की जनता के बीच पहुंच बनाने की व्यापक योजना का लक्ष्य किसानों के बीच पार्टी के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और पार्टी के आधार को मजबूती देने का है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि पदयात्रा की शुरूआत महाराष्ट्र के विदर्भ से या तेलंगाना के मेडक समेत किसी अन्य जिले से भी हो सकती है। ये दो ऐसे क्षेत्र हैं, जो किसानों की आत्महत्याओं की खबरों के कारण सुखिर्यों में रहे हैं। राहुल गांधी उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब और तेलंगाना के विभिन्न जिलों में संकट से जूझ रहे किसानों से मिलेंगे। उत्तर प्रदेश में वह बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा कर सकते हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष संप्रग सरकार के शासन के दौरान भी बुंदेलखंड का मुद्दा उठा चुके हैं और पैकेज सुनिश्चित कर चुके हैं। पूर्वी उत्तरप्रदेश एक और ऐसा क्षेत्र है, जहां किसान संकट में हैं। यह क्षेत्र बिहार से सटा है और बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं। जब अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि राहुल जी आने वाले दिनों में किसान पदयात्रा करेंगे। वह उन सभी राज्यों की यात्रा करेंगे, जहां किसान संकट में हैं। उनके इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है।