इस साल जम्मू-कश्मीर में 337 आतंकी घटनाएं सामने आईं। यहां सिक्युरिटी फोर्सेस से साथ एनकाउंटर में 203 आतंकी मारे गए। आतंक के खिलाफ लड़ाई में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के 75 जवान शहीद हुए। दूसरी ओर, नॉर्थ-ईस्ट में सिक्युरिटी फोर्सेस ने 51 माओवादियों को ढेर किया। यहां 12 जवान शहीद हुए। यह जानकारी मंगलवार को मोदी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में दी। बता दें कि भारतीय सेना ने घाटी से आतंकियों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन ऑल आउट चलाया था। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि जनवरी, 2017 से 14 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर में हुई 337 आतंकी घटनाओं में कुल 318 लोगों की मौत हुई। एनकाउंटर में 203 आतंकी ढेर हुए। - इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के 75 जवान शहीद हुए, जबकि आतंकी हमले के दौरान 40 आम नागरिकों की भी जान गई। 91 आतंकियों को घाटी से पकड़ा गया। - उधर, नॉर्थ-ईस्ट में कुल 97 लोगों की मौत हुई। यहां सिक्युरिटी फोर्सेस ने माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर 51 को मार गिराया। जबकि सेना के 12 जवान शहीद हुए। माओवादी हिंसा में कितने लोग मारे गए? - केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने आगे बताया कि देश के अन्य राज्यों में माओवादी के असर वाले इलाकों में 30 नवंबर तक 813 हिंसक घटनाएं हुईं। - एनकाउंटर में 111 माओवादी मारे गए। 75 जवान शहीद हुए और 170 आम नागरिकों की जान गई। 1712 माओवादी-नक्सली गिरफ्तार हुए। 2017 में एक बार सिक्युरिटी फोर्सेस पर हमला हुआ - होम मिनिस्ट्री के मुताबिक, इस साल 10 दिसंबर तक सिक्युरिटी फोर्सेस के सिर्फ एक काफिले पर हमला हुआ। दूसरी ओर, 2014 और 2015 में 2-2 जबकि 2016 में 6 बार आतंकियों/माओवादियों ने सिक्युरिटी फोर्सेस को निशाना बनाकर हमले किए थे।