अभी अप्रैल का महीना शुरू होने में दो दिन शेष हैं. लेकिन गर्मी ने अपने तेवर का ट्रेलर कुछ इस तरह से दिखाया है जिससे मई-जून के भीषण तपिश का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में अगले दो दिनों में तापमान 1-2 डिग्री तक बढ़ने की भविष्यवाणी की है. देश के कई हिस्सों में पारा 40 के पार पहुंच गया है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोई बड़ा पश्चिमी विक्षोभ आए बिना तापमान में कोई बड़ी गिरावट नहीं आने वाली है. दिल्ली में मंगलवार को दिन का तापमान 38 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे गर्म दिन है. इंदौर, जयपुर में टूटा एक दशक का रिकॉर्ड मंगलवार को इंदौर में गर्मी ने 11 साल का और जयपुर में 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. शिमला में पारा 25 डिग्री के पार हो गया है. यहां गर्मी का सात साल का रिकॉर्ड टूटा है. महाराष्ट्र के भीरा में पारा 46.5 डिग्री रिकॉर्ड दर्ज किया गया. यह देश में सबसे गर्म जगह रही. जयपुर में मंगलवार को पारा 41 डिग्री पर जा पहुंचा. पिछले 10 सालों में यह पहला मामला है, जब मार्च में दिन का तापमान इतना ऊंचा रहा. पिछली बार टूटा था 115 साल का रिकॉर्ड 1901 के बाद अभी तक 2016 सबसे ज्यादा गर्म साल रहा है. उस दौरान राजस्थान के फलौदी में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. पिछले साल देशभर में गर्मी से 1600 से अधिक लोगों के मरने की खबर आई थी. इनमें से 700 से अधिक मौतें सिर्फ लू लगने से हुईं थीं. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सबसे अधिक 400 लोग मारे गए थे, मौसम विभाग के मुताबिक, इन राज्यों में पड़ सकती है भीषण गर्मी पुणे मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, वेस्ट बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में सामान्य से अधिक तापमान रह सकता है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र-विदर्भ और कोंकण के तटीय इलाकों में औसत से ज्यादा गर्मी पड़ सकती है. दिल्ली में गर्मी ने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ा राजधानी दिल्ली में मंगलवार को गर्मी ने पिछले 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. यहां अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा. पिछले 6 वर्षों में 28 मार्च को कभी इतनी अधिक गर्मी नहीं पड़ी थी. वर्ष 2011 में इस दिन अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा रहा. साल 2050 तक 2.3 डिग्री चढ़ सकता है पारा वैज्ञानिकों के शोध बताते हैं कि देश का न्यूनतम तापमान तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले सालों में यह और भी ज्यादा तेजी से बढ़ता दिखाई देगा. एक अनुमान के मुताबिक अगले चार साल में न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि वर्ष 2050 तक न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा. क्यों हो रही तापमान में जानलेवा वृद्धि ग्लोबल वार्मिंग, बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय शहरी कारक न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं. वैज्ञानिकों ने न्यूनतम तापमान बढ़ने के जो कारण बताए हैं, उनमें ग्रीनहाउस गैसों का ज्यादा सक्रिय होना है. रात में ये गैसें इंफ्रारेड किरणें ज्यादातर सोखती हैं, जिससे तापमान बढ़ जाता है