यूपी में सत्ता संभाले हुए योगी आदित्यनाथ को रविवार को 8 दिन पूरे हो गए। इस दौरान उन्होंने नरेंद्र मोदी की तरह ही कड़े फैसले लिए। वे हर दिन 18 से 20 घंटे काम पर जोर दे रहे हैं। सख्ती इतनी है कि कई अफसरों की नींद उड़ी हुई है। योगी ने कहा है कि जो डिलिवर नहीं कर सकते, वे काम करने के लिए दूसरों को रास्ता दे दें। बीते 40 साल में योगी पहले ऐसे सीएम हैं जिन्होंने पूरे सेक्रेटेरिएट के हर सेक्शन का पैदल दौरा किया। योगी आदित्यनाथ के 10 फैसले... 1) एक भी कैबिनेट मीटिंग किए बिना काम में सख्ती - योगी ने कुर्सी संभालने के बाद अब तक एक भी कैबिनेट मीटिंग नहीं की। ना ही ब्यूरोक्रेसी में कोई बड़ा बदलाव किया। लेकिन, एक्सटेंशन पर चल रहे 50 अफसरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। - सरकार के स्पोक्सपर्सन सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा- हम पहले ही दिन से फास्ट ट्रैक पर काम कर रहे हैं। कैबिनेट मीटिंग जल्द होगी। - दरअसल, योगी ने कैबिनेट की फॉर्मल मीटिंग करने के बजाए सीधे जमीनी हकीकत सुधारने पर जोर दिया। गैर कानूनी स्लॉटर हाउस बंद करने और एंटी रोमियो स्क्वॉड एक्टिव करके योगी ने इरादे साफ कर दिए। अफसरों और अपने सहयोगियों से भी दो टूक कहा- 18 से 20 घंटे काम करने वाले ही साथ रह सकते हैं। बाकी जाना चाहें तो रास्ते खुले हैं। - बता दें कि मोदी ने भी 2014 में अपने शपथ ग्रहण के दिन ही कैबिनेट मीटिंग किए बिना सार्क देशों को बुलावा भेजा था और उनसे वन-टू-वन मीटिंग की थी। इनमें पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ शामिल थे। 2) पहले 100 दिन पर जोर, हर डिपार्टमेंट से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन - योगी ने हर डिपार्टमेंट से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देने को कहा है। 100 दिन का प्लान भी मांगा गया है। मंत्रियों और अफसरों से कहा गया है कि फाइलें घर ना ले जाएं, उन्हें ऑफिस ऑवर्स में ही निपटाएं। ये भी कहा है कि दो महीने के अंदर फर्क नजर आना चाहिए। हर जिले के डीएम से कहा गया है कि अगर भूख से कोई मौत हुई तो वो जिम्मेदार होंगे। - एक अफसर ने न्यूज एजेंसी से कहा- इन ऑर्डर के बाद अफसरों की रातों की नींद उड़ गई है। सरकारी दफ्तरों में जीन्स और टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी गई है। हॉस्पिटल्स से कहा गया है अगर स्टाफ ड्रेस कोड फॉलो ना करे तो उनकी उस दिन सैलरी काट दी जाए। टीचर्स से कहा गया है कि वो स्कूल में मोबाइल फोन लेकर ना आएं। - बता दें कि मोदी सरकार ने भी पहले 100 दिन में रिजल्ट देने पर फोकस किया था। इसमें पाकिस्तान के साथ सरकार की डिप्लोमैसी अहम रूप से शामिल थी। कई सरकारी विभागों में बायोमैट्रिक्स मशीनें भी लगवाई गईं। 3) दागियों पर सख्ती - यूपी में लॉ एंड ऑर्डर हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है। योगी ने सख्ती दिखाते हुए कहा- गुंडे अब यूपी छोड़कर चले जाएं। इलीगल माइनिंग पर रोक के ऑर्डर भी दिए जा चुके हैं। गलत काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। - सीएम ने क्रिमिनल रिकॉर्ड वालों की जगह क्लीन रिकॉर्ड वालों को तरजीह देने के आदेश दिए गए हैं, ताकि काम अच्छा हो सके। 4) सफाई पर जोर - सेक्रेटेरिएट में सरप्राइज इन्सपेक्शन के दौरान योगी वहां गंदगी देखकर नाराज हुए। अफसरों से फौरन सफाई कराने को कहा। दफ्तरों में पान मसाला और गुटखा ना खाने के ऑर्डर दिए गए। सरकारी दफ्तरों में बॉयोमैट्रिक मशीन और सीसीटीवी इंस्टॉल करने के ऑर्डर भी दिए गए हैं। - योगी के आदेश के अगले ही दिन मंत्री और अफसर हाथ में झाड़ू थामकर सफाई करते नजर आए। एनेक्सी दौरे के वक्त सीएम ने धूल देखकर कहा- इससे तो स्टाफ को टीबी हो जाएगी। - बता दें कि मोदी भी स्वच्छ भारत मिशन पर लगातार जोर दे रहे हैं। 5) ट्रांसपरेंसी पर जोर - करप्शन रोकने के लिए योगी ने मंत्रियों और अफसरों से 15 दिन में प्रॉपर्टी का ब्योरा देने को कहा है। मंत्रियों और अफसरों से साफ कहा गया है कि वो अपनी गाड़ियों पर हूटर या लाल बत्ती ना लगाएं। बीजेपी नेताओं और पब्लिक रिप्रेजेंटेटिव्स से भी साफ कहा गया है कि वो ठेकों के चक्कर में ना पड़ें। इसके बजाए सरकारी कामों की मॉनिटरिंग करें।