भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे सेमीफाइनल के दौरान अंपायरों के एक फैसले पर उंगलियां उठ रही हैं। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 23वें ओवर की चौथी बॉल को 42 रन बनाकर खेल रहे एरॉन फिंच खेलने से चूक गए और बॉल उनके पैड पर लगी। गेंदबाज जडेजा और विकेटकीपर धोनी ने अपील की। फील्ड अंपायर ने भारतीय खिलाड़ियों की अपील ठुकरा दी। इसके बाद कप्तान धोनी ने रवींद्र जडेजा से बात करके रिव्यू लिया। लेकिन थर्ड अंपायर मराइस एरास्मस ने फील्ड अंपायर के नॉट आउट के फैसले को बरकरार रखा। हालांकि, टीवी रिप्ले में बॉल स्टंप पर लगती दिख रही थी। ऐसे में बैट्समैन को आउट दिया जाता है। सुनील गावसकर और शोएब अख्तर ने बताया 'आउट' थर्ड अंपायर मराइस एरास्मस के नॉट आउट वाले फैसले से कमेंट्री कर रहे पूर्व दिग्गज भारतीय बैट्समैन सुनील गावसकर और पाकिस्तान के शोएब अख्तर ने असहमति जताई। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में नतीजे बॉलर के पक्ष में जाने चाहिए जब हॉक आई तकनीक में गेंद स्टंप पर टकराती दिख रही है। सोशल साइट पर शुरू हुआ विरोध थर्ड अंपायर का फैसला टीम इंडिया के खिलाफ आते ही क्रिकेट फैन्स सोशल साइट पर एक्टिव हो गए और ट्वीट कर अंपायर्स के खिलाफ विरोध जताया। बता दें कि इंग्लैंड के रिचर्ड केटलबरो और श्रीलंका के कुमार धर्मसेना वर्ल्ड कप-2015 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में फील्ड अंपायर की भूमिका में हैं। इसके अलावा इस मैच में मराइस एरास्मस और रिचर्ड इलिंगवर्थ क्रमश: तीसरे और चौथे अंपायर की भूमिका निभा रहे हैं। रंजन मदुगले मैच रेफरी की भूमिका में हैं।