टीम इंडिया को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में हार से निकाल कर 24 साल बाद वनडे सीरीज जीत के इतिहास रचने के रास्ते डालने वाले पूर्व भारतीय कप्तान और डायरेक्टर रवि शास्त्री को बीसीसीआई के एक और बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपने जा रहा है। जी हां, सूत्रों की मानें तो बोर्ड अब रवि को अगले साल ऑस्ट्रेलिया में हेने वाले विश्व कप तक टीम की कमान संभालने के लिए राज़ी करने में जुटा है। इंग्लैड सरजमी पर 24 साल बाद वनडे सीरीज में मिली जीत जितनी ऐतिहासिक है, उतना ही ऐतिहासिक है टीम इंडिया का टेस्ट की हार के बाद ये कमबैक। किसने सोचा था कि तीन टेस्ट लगातार बुरी तरह हारने वाली टीम इंडिया इंग्लैड को वनडे सीरीज़ में इस तरह धो डालेगी। हर किसी के ज़हन में सवाल है कि ऐसा क्या बदला? कौन आया ऐसा जिसने कर दिया टीम का कायापलट? जवाब साफ है वो नाम है पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री का। जी हां, टेस्ट की हार के बाद बोर्ड ने खेला रवि पर दांव। बना दिया उन्हें टीम का डायरेक्टर और शास्त्री ने कर दिया कमाल। लेकिन शास्त्री की ज़िम्मेदारी यहीं खत्म नहीं हुई है। पहले असाइनमेंट में रवि शास्त्री अव्वल रहे हैं और अब बोर्ड चाहता है कि रवि टीम इंडिया को जिताएं विश्व कप। शास्त्री फरवरी में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप में करे टीम इंडिया की खिताब बचाने में मदद। बोर्ड का कहना है, ''रवि टीम में बदलाव लाए हैं, इसमें कोई दो राय नहीं कि उनकी मौजूदगी से फर्क पड़ा है। ये ऐसा फैसला था जिसका हमें यकीन था कि ये जरूर काम करेगा। हमें पता है कि उनकी और भी प्रोफेशनल कमिटमेंट हैं। हम उनसे सीरीज के बाद बात करेंगे। विश्व कप के लिए हम उनको टीम के साथ जोड़ना चाहते हैं चाहे ये थोड़े समय के लिए ही क्यूं न हो। हम फैसला सीरीज़ दर सीरीज़ लेंगे।'' दरअसल, रवि को बोर्ड विश्व कप की ज़िम्मेदारी सौपना चाहता है तो उसकी वजह न सिर्फ इंग्लैड में मिली ये सफलता है। साथ ही डाउन अंडर में शास्त्री का अपना प्रदर्शन भी है। कौन भूल सकता है ऑस्ट्रेलिया में 1984 में बैंसन हैजिस सीरीज़ की ऐतिहासिक जीत जहां रवि रहे थे मैन ऑफ द सीरीज़ या सिडनी में लगाया उनका टेस्ट में दोहरा शातक। रवि हमेशा रहे हैं कंगारू सरजमी पर सुपरहिट और अब बोर्ड की मंशा है शास्त्री के सहारे 2015 में करिश्मा करने की।