टेस्ट सीरीज़ में बुरे हाल के बाद टीम इंडिया अब इंग्लैंड के खिलाफ वनडे के रण में उतरने जा रही है। मिडलसेक्स के खिलाफ मुकाबले में जीत हासिल करने के बाद माही आर्मी का आत्मविश्वास काफी हद तक लौटा होगा। वैसे भी वनडे क्रिकेट में टीम इंडिया वर्ल्ड चैम्पियन भी है और पिछले साल इंग्लैंड में ही ब्लू ब्रिगेड ने चैम्पियंस ट्रॉफ़ी का खिताब भी जीता था। अब टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 5 वनडे मुकाबलों की सीरीज़ खेलनी है। जिसका आगाज़ सोमवार को ब्रिस्टल में पहले वनडे मुकाबले से होगा। ब्रिस्टल में जीत पक्की ! ब्रिस्टल का मैदान टीम इंडिया के लिए हमेशा से लकी रहा है और दिलचस्प बात ये है कि अब तक जब भी टीम इंडिया ने यहां पर मुकाबला खेला है। तो हर बार जीत के हीरो सचिन तेंदुलकर ही रहे हैं। यहां पर तीन मुकाबलों में ब्लू ब्रिगेड ने तीन जीत हासिल की है। जबकि इस हाइस्कोरिंग वेन्यू पर इंग्लैंड को 8 में से तीन जीत और 5 शिकस्त मिली हैं। जाहिर है काफी हद तक अपनी बल्लेबाज़ी पर निर्भर रहने वाली टीम इंडिया का पलड़ा इस बार भी ब्रिस्टल के मैदान पर भारी रहेगा। 24 साल से नहीं जीती द्विपक्षीय सीरीज़ इंग्लैंड की सरज़मी पर टीम इंडिया को अगर वनडे सीरीज़ में जीत हासिल करके अपनी साख बचानी है। तो उसे 254 साल पहले का इतिहास दुहराना होगा। टीम इंडिया ने इंग्लैंड में आखिरी बाइलैट्रल सीरीज़ 1990 में जीती थी और तब से अब तक टीम इंडिया इंग्लैंड से उसके घर में लगातार तीन द्विपक्षीय सीरीज़ हार चुकी है। यही नहीं साल 2011 के पिछले दौरे पर भी ब्लू ब्रिगेड को 3-0 से शिकस्त मिली थी। लेकिन वनडे रैंकिंग में नंबर दो टीम माही आर्मी का पलड़ा रैंकिंग पर पांचवे पायदान पर बैठी इंग्लिश टीम पर ही भारी रहेगा। अब देखना ये होगा कि ब्लू ब्रिगेड टेस्ट की हार से बाहर निकलकर जीत से आगाज़ कर पाती है या नहीं।