ग्लास्गो में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में सातवें दिन भी भारतीय रेसलर्स ने अपने प्रदर्शन से धूम मचा दी। हालांकि कोई भारतीय पहलवान गोल्ड तो नहीं जीत सका, लेकिन 4 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर उन्होंने जमकर लूटी वाह-वाही। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय रेसलर्स का कमाल जारी है। हालांकि सातवें दिन चार रेसलर्स फाइनल में चूके जरूर, लेकिन सातवें दिन भारत को इस इवेंट से मिला कुल 4 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल मिला। बजरंग-कादयान को सिल्वर फाइनल तक के सफर में बजरंग और सत्यव्रत कादयान ने शानदार खेल दिखाया। लेकिन फाइनल में दोनों अपनी लय बरकरार नहीं रख सके। 61 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में बजरंग को कनाडाई पहलवान के हाथों 12-1 के बड़े अंतर से मात मिली। वहीं 97 किलोग्राम में सत्यव्रत कादयान ने कड़ा संघर्ष किया, लेकिन आखिरी लम्हों में उनका दांव ढीला पड़ गया। लिहाजा कादयान को कनाडा के गिल के हाथों 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। ललिता-साक्षी को सिल्वर, नवजोत को ब्रॉन्ज महिला रेसलर्स भी फाइनल में अपनी लय को बरकरार नहीं रख सकीं। 58 किलोग्राम कैटेगरी में ललिता की नाइजीरियन रेसलर के सामने एक नहीं चली। ललिता ने महज 31 सेंकेंड में हथियार डाल दिए, तो वहीं 58 किलोग्राम में साक्षी मलिक को नाइजीरियन पहलवान के हाथों 4-0 से मात मिली। उधर 69 किलोग्राम में नवजोत ने स्कॉटलैंड के रेसलर को हरा ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। कुल मिलाकर सातवें दिन भले ही भारतीय रेसलर्स गोल्ड जीतने में कामयाब नहीं हो सके, लेकिन रिंग में कमाल का प्रदर्शन करके उन्होंने हर भारतीय का सर फर्क से ऊंचा कर दिया।