तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने अपनी शार्ट पिच गेंदों के कहर से इंग्लैंड की बल्लेबाजी को नेस्तनाबूद करके भारत को आज यहां दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में 95 रन की शानदार जीत दिलायी जो लार्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर उसकी पिछले 28 वर्षों में पहली जीत है। इशांत ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 74 रन देकर सात विकेट लिये और 319 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिये उतरी इंग्लैंड की टीम को पांचवें दिन दूसरे सत्र में ही 88. 2 ओवर में 223 रन पर ढेर कर दिया। इशांत ने आज गिरे छह में पांच विकेट लिये जबकि एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। भारत की यह लार्ड्स पर 17 मैचों में दूसरी जीत है। इससे पहले उसने जून 1986 में कपिल देव की अगुवाई में यहां पांच विकेट से जीत दर्ज की थी। यही नहीं भारत ने विदेशी सरजमीं पर 15 मैच के बाद पहली जीत हासिल की जिससे वह पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से आगे हो गया है । भारतीय टीम ने विदेशी सरजमीं पर इससे पहले आखिरी जीत जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में दर्ज की थी। सुबह पिच पर भारी रोलर चला देने से पिच का मिजाज थोड़ा बदल गया था और ऐसे में इशांत की शार्ट पिच गेंदों की रणनीति कारगर साबित हुई। इंग्लैंड ने सुबह चार विकेट पर 105 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट (66) और मोइन अली (39) जब भारत के लिये परेशानी खड़ी कर रहे थे तब इशांत ने भारत को शानदार वापसी दिलायी। इस तेज गेंदबाज ने अपनी शार्ट पिच गेंदों का बेहतरीन इस्तेमाल करके लंच से पहले की आखिरी गेंद पर मोइन को आउट करने के बाद दूसरे सत्र के शुरू में सात गेंद के अंदर रूट सहित तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। विकेटों के पतन की कहानी मोइन के आउट होने से शुरू हुई। इशांत की उठती गेंद को मोइन सही तरह से नहीं खेल पाये और शार्ट लेग पर चेतेश्वर पुजारा को कैच दे बैठे। इससे उनकी रूट के साथ 101 रन की जुझारू साझेदारी का भी अंत हुआ। मोइन ने अपनी 147 गेंद की पारी में पांच चौके लगाये। इशांत के पिछले ओवर में रूट ने 13 रन बटोरे थे। उन्होंने 146 गेंद की पारी में अपने सात में से तीन चौके इस ओवर में जड़े में थे लेकिन आखिर में लाड्र्स पर दिल्ली के इस तेज गेंदबाज की तूती बोली। उन्होंने लंच के बाद मैट प्रायर (12) की लगातार शार्ट पिच गेंदों से कड़ी परीक्षा ली और जल्द ही विकेटकीपर बल्लेबाज का धैय टूट गया और उन्होंने उसे पुल करके मिडविकेट पर मुरली विजय को कैच थमा दिया। इशांत ने अगले ओवर में बेन स्टोक्स और रूट को पवेलियन भेजकर भारत की जीत तय कर दी। स्टोक्स ने भी इशांत की शार्ट पिच गेंद पर पुल करके मिडविकेट पर कैच दिया लेकिन इस बार क्षेत्ररक्षक पुजारा थे। स्टोक्स लगातार चौथी पारी में खाता नहीं खोल पाये। इसी ओवर की पांचवीं गेंद शार्ट पिच थी जिस पर रूट का धैर्य भी जवाब दे गया। उन्होंने भी पुल किया और डीप स्क्वायर लेग पर खड़े स्टुअर्ट बिन्नी को कैच का अभ्यास कराया। रूट बेमन से खीझते हुए पवेलियन लौटे। धोनी ने इशांत को एक छोर से गेंदबाजी पर लगाये रखा और उन्होंने भी शार्ट पिच गेंदों के अपने हथियार का बखूबी इस्तेमाल करके इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशानी में रखा। लेग साइड की तरफ जाती इसी तरह की गेंद स्टुअर्ट ब्राड (8) के दस्तानों को चूमकर धोनी के दस्तानों में समा गयी। रविंद्र जडेजा ने जेम्स एंडरसन को रन आउट किया जिससे भारतीय खिलाड़ी खुशी में झूमने लगे। एंडरसन पर नाटिंघम में ड्रा छूटे पहले मैच के दूसरे दिन जडेजा के लिये अपशब्द कहने और धक्का देने का आरोप लगा है। दूसरे टेस्ट मैच से पहले यह मसला काफी चर्चा में रहा था। क्रिकेट के मक्का लार्ड्स पर खेला गया यह मैच इशांत की पांचवें दिन के दूसरे सत्र के कहर से पहले तक उतार चढाव वाला रहा। भारत अंजिक्य रहाणे के 103 रन के बावजूद अपनी पहली पारी में 103 रन ही बना पाया। इसके जवाब में इंग्लैंड ने गैरी बैलेन्स के 110 रन की मदद से 319 रन बनाकर 24 रन की बढ़त बनायी। भारत दूसरी पारी में 342 रन बनाने में सफल रहा जिसमें मुरली विजय (95), जडेजा (68) और भुवनेश्वर कुमार (52) के अर्धशतक शामिल थे। भुवनेश्वर ने पहली पारी में गेंदबाजी में भी कमाल किया और 82 रन देकर छह विकेट लिये। इस तरह से यह पहला अवसर है जबकि भारत के दो तेज गेंदबाजों ने एक मैच में छह या इससे अधिक विकेट हासिल किये। इशांत का 74 रन देकर सात विकेट का प्रदर्शन लार्ड्स पर किसी विदेशी गेंदबाज का पांचवां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह इस मैदान पर उपमहाद्वीप के किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। इन दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट मैच 27 जुलाई से साउथम्पटन में खेला जाएगा।