28 साल बाद लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया जीत का परचम लहराने से सिर्फ 6 विकेट दूर नजर आ रही है। मैच के चौथे दिन टीम इंडिया अंगरेज़ों से पहला लगान वसूलने के बेहद करीब पहुंच गई। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम ने 105 रनों पर 4 विकेट खोकर हार के कगार पर खड़ी नजर आ रही है। टीम इंडिया लॉर्ड्स के मैदान पर पहला लगान वसूलने से अब सिर्फ 6 कदम दूर और जिस तेवर और जोश के साथ माही आर्मी मैदान पर खेल दिखा रही है, उसको देखते हुए अब ये तय लग रहा है। पहला सेशन, विजय का प्रहार चौथे दिन टीम मुरली विजय और कप्तान धोनी ने टीम इंडिया के पारी को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया और टीम इंडिया इंडिया का स्कोर दौ सौ रनों के पार पहुंचाया। लेकिन ये साझेदारी और भी बड़ी होती उससे पहले प्लंनकेट ने एक बार फिर टीम इंडिया के लिए साबित हुए काल। प्लंनकेट ने धोनी को किया चलता। धोनी के बल्ले से निकली 19 रनों की पारी। बिन्नी गलत शॉट् खेल अपना विकेट थ्रो कर बिना खाता खोले चलते बने। लेकिन एक छोर से मुरली विजय टिके रहे और धीरे-धीरे शतक के करीब भी पहुंच गए। लेकिन एंडरसन की ये आउटस्विंग बॉल उनका खेल तमाम कर दिया। विजय ने 247 गेंदों में 11 चौकों की मदद से शानदार 95 रन बनाए। लेकिन जडेजा अड़ गएइस सेशन में टीम इंडिया ने तीन विकेट खोए और 98 रन जोड़े। टीम का स्कोर पहुंचा 7 विकेट के नुकसान पर 267 रन और लीड पहंची 243 रनों पर। दूसरा सेशन, जडेडा का जलवा दूसरे सेशन में टीम इंडिया के सामने चुनौती थी इंग्लैंड के सामने बड़ा टारगेट सेट करने की और जडेजा और भुवी के धमाकेदार बल्लेबाज़ी के जरिए ये मुमकिन भी हो गया। जडेजा ने 57 गेंदों में 9 चौके की मदद से खेली 68 रनों की पारी, तो भुवी के बल्ले से निकली एक और अर्धशतकीय पारी। भुवी ने 71 गेंदों में 8 चौके की मदद से बनाए। 52 रन और 8 विकेट के लिए 99गेंदों में 99 रनों की साझेदारी करके टीम का स्कोर 342 रनों पर पहुंचा। इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 319 रनों का बड़ा चैलेंज खड़ा कर दिया। इस बड़े टारगेट के आगे इंग्लैंड ने रॉबसन का विकेट सस्ते में गंवा दिया। तीसरा सेशन, ईशांत का हल्ला बोल आखिरी सेशन में अब इंग्लैंड के ऊपर बड़ा दबाव था। टीम इंडिया आक्रमक मूड में थे। भारतीय गेंदबाज़ों के वार से बचते-बचाते कुक और बैलेंस की जोड़ी ने टीम का स्कोर 50 रनों के पार पहुंचाया। लेकिन इसके बाद धोनी ने बदली अपनी रणनीति और दोनों छोर से तेज गेंदबाज़ को मोर्चे पर लगाया। लिहाजा धोनी का ये दांव सही पड़ा। शमी ने बैलेंस के 27 रनों की पारी पर लगा दिया ब्रेक। इसके बाद अभी तक सीरीज़ में सुस्त दिख रहे ईशांत ने पकड़ी रफ्तार, उन्होंने पहले कुक का बनाया कीमा और फिर बेल की घंटी बजा। इंग्लैंड को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया। हालांकि विकेटों का आंकड़ा पांच पर भी पहुंच सकता था। अगर धोनी ने जडेजा की गेंद पर मोईन खान को ये मौका नहीं दिया होता। दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम ने 105 रनों पर 4 विकेट खोकर हार के कगार पर खड़ी नजर आ रही है। और पांचवें और आखिरी दिन उसके लिए यहां से मैच बचाना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।