बैंगलोर ने मैच जीता तो, दिल जीतने का काम किया युवराज सिंह ने। काफी समय बाद युवराज अपने पुराने रंग में नज़र आए। युवराज ने 29 गेंदों में नाबाद 52 रनों की पारी खेलकर बता दिया कि उनका बल्ला अब शांत रहने वाला नहीं है। टी-20 वर्ल्ड कप के खिताबी जंग में टीम इंडिया को मिली मात और इस हार में सबसे ज्यादा उंगुली उठी सिक्सर किंग के गिरेबान पर। लिहाजा सीजन सात के सबसे महंगे इस खिलाड़ी पर झमाझम क्रिकेट के रणसंग्राम में कीमत पर खरा उतरने का बड़ा दबाव था और इस प्रेशर में सिक्सर किंग ने अपने बल्ले से दिया जोरदार जवाब शानदार हॉफ सेंचुरी ठोक। बैंगलोर को दिलाई नवाबी जीत। हालांकि शुरुआत में युवराज सिंह थोड़े सहमे-सहमे से दिखे। शमी की पेस और वैरिएशन ने उन्हें खासा परेशान किया। इस दौरान युवी की बल्लेबाजी में आत्मविश्वास की साफ कमी देखने को मिल रही थी। लेकिन युवी ने इस छक्के के साथ अपने उपर से इस दबाव को पूरी तरह से हटा लिया और एक छक्के के साथ ही युवी ने ऐसी पकड़ी रफ्तार कि विरोधी गेंदबाज़ों के होश फाख्ता हो गए, क्या पेसर्स और क्या स्पिनर युवी के बल्ले से निकला उनका हर शॉट् ये बताने को बेताब था कि अब रोक सको तो रोक लो। दिल्ली के खिलाफ इस मैच में युवराज सिंह ने महज 29 गेंदों में जड़ दिए विनिंग 52 रन। इस दौरान युवी के बल्ले से निकले एक नहीं दो नहीं पूरे 5 गगनचुंबी छक्के और 3 झन्नाटेदार चौके। इस पारी के जरिए युवी बन गए मैच के सबसे बड़े हीरो। कुल मिलाकर साफ है युवी ने इस धांसू पारी के जरिए दिखा दिया कि फॉर्म टोम्पोरिरी होता है, लेकिन क्लास होता है परमानेंट। ये तो बस आगाज है, अब आगे के मैचों में भी उनके बल्ले से ये तेवर जारी रहेगा।