चैंपियंस ट्रॉफी के बाद टीम इंडिया के हेड कोच अनिल कुंबले का टर्म खत्म हो जाएगा। BCCI ने कुंबले का टर्म नहीं बढ़ाया है। बोर्ड ने हेड कोच की पोस्ट के लिए नए सिरे से एप्लीकेशंस मंगाई हैं। हालांकि, कुंबले को दावेदारी के लिए डायरेक्ट एंट्री दी है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बोर्ड के इस एलान को उसकी कुंबले से नाराजगी के जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि कुंबले ने अपने और टीम मेंबर्स की फीस बढ़ाने की मांग की थी, इससे बोर्ड नाराज है। BCCI के मुताबिक, टीम इंडिया के हेड कोच के लिए 31 मई तक कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं। - क्रिकेट एडवायजरी कमेटी के सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण हेड कोच के लिए कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लेंगे। - BCCI ने कहा, "हेड कोच के ट्रांस्पेरेंट और फेयर अप्वाइंटमेंट के लिए कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स की ओर से नामित सदस्य पूरी प्रॉसेस पर नजर रखेगा।" कितने सक्सेसफुल कोच हैं कुंबले - 2015 में जब विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कैप्टेंसी संभाली, तब से अब तक कोच अनिल कुंबले की सक्सेस अच्छी रही है। - कुंबले के टर्म में इंडिया में खेले गए 13 टेस्ट में 10 में टीम को जीत मिली। 2 ड्रॉ हुए। एक में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार मिली। - कुंबले के कोच रहते अब तक टीम ने ओवरऑल 17 टेस्ट खेले हैं। इनमें से टीम इंडिया को 12 में जीत मिली है। 4 टेस्ट ड्रॉ हुए हैं। एक में हार मिली है। इस दौरान टीम इंडिया ने टेस्ट में नंबर वन रैंकिंग भी हासिल की। थोड़ा इंतजार कर सकता था बोर्ड - बोर्ड के एक ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी से कहा, "मौजूदा कोच होने के नाते अनिल कुंबले दौड़ में हैं। निश्चित तौर पर बोर्ड एप्लीकेशंस मंगाने के लिए चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने का इंतजार कर सकता था। लेकिन, तब कोई इसका महत्व नहीं समझता। कुंबले अपने और प्लेयर्स की फीस के लिए बात कर रहे थे, कोई बुराई नहीं थी। लेकिन, कल अगर BCCI उन्हें हटाने का फैसला करे तो वो सौदेबाजी की पोजिशन में नहीं रहेंगे। उनकी कुछ डिमांड वाकई समझ से बाहर थीं।"