पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम 4 बजकर 4 मिनट पर तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.8 थी। केंद्र (एपिसेन्टर) मांडले (म्यांमार) से 190 km दूर साउथ-वेस्ट में था। यह जमीन से 84km नीचे था। कहां-कहां आए झटके... - म्यांमार में आए इस भूकंप के झटके बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल, नगालैंड, मणिपुर और सिक्किम तक महसूस किए गए। - पश्चिम बंगाल में कोलकाता के अलावा माल्दा, खड़गपुर, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी में लोगों को झटकों का एहसास हुआ। कोलकाता में मेट्रो सर्विस रोक दी गई। - ओडिशा के 10 जिलों में भी लोगों को भूकंप का एहसास हुआ। और किन देशों में पड़ा असर? - म्यांमार-भारत के अलावा बांग्लादेश, थाईलैंड, वियतनाम और चीन के भी कई हिस्सों में भूंकप के झटके महसूस किए गए। 33 घंटे में दूसरी बार आया म्यांमार में भूकंप - दो दिन में दूसरी बार म्यांमार में भूकंप आया। यहां मंगलवार को रिक्टर पैमाने पर 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था। - मंगलवार को सुबह सात बजकर 41 मिनट पर म्यांमार के खम्पत इलाके में भूकंप आया था। - इसके कारण बांग्लादेश तक झटके महसूस किए गए थे। दो दिन पहले दिल्ली में आया था भूकंप - राजधानी में सोमवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। - दिल्ली के अलावा हरियाणा में भी लोगों ने झटके महसूस किए थे। - उस वक्त रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.5 थी। - हरियाणा का महेंद्रगढ़ भूकंप का सेंटर बताया जा रहा है। क्यों आता है भूकंप? - पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं जो लगातार घूम रही हैं। - जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।