कश्मीर में आतंकवाद का फिर सिर उठाना काफी चिंताजनक है। करीब तीन साल के अंतराल के बाद जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में फिर कोई बड़ा आतंकी हमला हुआ। श्रीनगर के बीचों बीच आतंकवादियों ने सोमवार को दोहरा हमला कर एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) सहित तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला, जिनमें से दो लोग निहत्थे थे। श्रीनगर में दिनदहाड़े ऐसे हमले चिंता का विषय हैं और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन की ओर से इसकी जिम्मेदारी लेना बड़ी साजिश की ओर संकेत दे रहा है। पिछले सालों की अपेक्षा इस साल घुसपैठ के प्रयास काफी बढ़े हैं। कश्मीर के कुपवाड़ा में अभी लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद के 8 आतंकियों के छिपे होने की खबर है। ये आतंकी रानावर के जंगलों में छिपे हैं। सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है। खुफिया रिपोर्ट के बाद रानावर के जंगलों में सुरक्षाबलों ने सर्च शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, आईएसआई आतंकियों की घुसपैठ में मदद कर रहा है और लश्कर, जैश के आतंकियों को हथियार दे रहा है। आतंकियों को एलओसी पार कराने में भी आईएसआई का हाथ सामने आया है। 3 महीने में 35 बार आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की है। खुफिया एजेंसियों की इनपुट के बाद राज्य में सर्च ऑपरेशन जारी है।