आंध्र से सटी बंगाल की खाड़ी में चल रहे इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 में प्रेसिडेंट और पीएम पहुंच चुके हैं। उनके साथ डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर भी हैं। फ्लीट रिव्यू पर आतंकी हमले का खतरा है। नेवी के एक अफसर के मुताबिक, ऐसे इवेंट को एक्सप्लोसिव्स से लदी छोटी बोट से आतंकी निशाना बना सकते हैं। हमले के खतरे से निपटने के लिए नेवी ने क्या की है तैयारियां... - विशाखापट्टनम वेस्टर्न कमांड के कमांडर-इन चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ''इस तरह के इवेंट में जहां वॉरशिप रखे जाते हैं, वहां हमले का खतरा होता है। कुछ लोगों का ग्रुप एक्सप्लोसिव से भरे बोट से भी शिप पर हमला कर उसे तबाह कर सकता है।'' - मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खतरे के मद्देनजर नेवी ने सबमरीन्स की मदद से तगड़ा डिफेंस स्ट्रक्चर तैयार किया है। - नेवी के हेलिकॉप्टरों के अलावा बोट्स और हेवी आर्म्स के साथ सोल्जर्स समुद्र में लगातार गश्ती पर हैं। - पिछले महीने पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद इस इवेंट को लेकर नेवी ज्यादा अलर्ट है। क्यों खास है #IFR2016... - 15 साल बाद भारत में यह इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू हो रहा है। ईस्टर्न नेवल कमांड इसे ऑर्गनाइज कर रही है। - इस बार इसमें हिस्सा लेने वाले देशों की संख्या 29 से बढ़कर 52 हो गई है। इन देशों से 75 से ज्यादा वॉरशिप शामिल हुए हैं। - 24 विदेशी नेवी चीफ और 90 फॉरेन डेलिगेट्स हिस्सा ले रहे हैं। - भारत से 100 से ज्यादा जहाज और 60 फाइटर प्लेन इसमें शामिल हो रहे हैं। - इसमें पाकिस्तान की नेवी हिस्सा नहीं ले रही है। हालांकि, चीन की नेवी पहुंची है। आईएनएस विराट का आखिरी सफर - रिटायर होने जा रहे इंडियन नेवी के आईएनएस विराट का यहां आखिरी सफर होगा। - रिव्यू के दौरान सभी देशों की नेवी के अफसर बीच समुद्र में मैराथन मीटिंग करेंगे। 10 बार फ्लीट रिव्यू कर चुका है इंडिया - 1953 में पहली बार भारत ने फ्लीट रिव्यू किया था। - आखिरी बार जनवरी 2001 में भारत ने मुंबई में पहला इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू किया था। तब 29 देश इसका हिस्सा बने थे। - आजादी के बाद से लेकर अब तक इंडियन नेवी अपने सुप्रीम कमांडर के लिए 10 बार फ्लीट रिव्यू कर चुकी है। - इस इवेंट में 7 फरवरी को इंटरनेशनल मैरीटाइम कॉन्फ्रेंस होगी। - 8 फरवरी को ज्वाइंट इंटरनेशनल बैंड की सेरेमनी के साथ प्रोग्राम खत्म होगा।