भारत के लिए मोस्ट वांटेड अपराधी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर अंग्रेजी अखबार द संडे गार्जियन ने सनसनीखेज खुलासा किया है। अमेरिकी विशेषज्ञों के हवाले से इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 26/11 यानी मुंबई हमले तक दाऊद एनडीए के दो और यूपीए के चार वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में था। दाऊद का ठिकाना पाकिस्तान में ही होने का दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद के पाकिस्तान में तीन ठिकाने है। उसका घर पाकिस्तान के पेशावर , हैदराबाद (सिंध) और लाहौर में है जिसमें वह अपनी सुविधा और जरूरत के मुताबिक बदलता रहता है। दाऊद इन जगहों पर रहकर पाकिस्तान और भारत में रहनेवाले अपने परिवार के लोगों के संपर्क में रहता है। अखबार में छपी इस रिपोर्ट में सनसनीखेज दावा किया गया है कि वर्ष 2008 (जब मुंबई हमला हुआ) में दाऊद लगभग एनडीए के दो और यूपीए के चार वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर संपर्क में था। लेकिन मुंबई में 26/11 हमले के बाद इन नेताओं से उसका संपर्क खत्म हो गया। 2011 के बाद से इन सभी नेताओं ने उससे संपर्क नहीं किया और ना ही दाऊद का उनसे कोई संपर्क हुआ। गौर हो कि दाऊद पर 1993 में मुंबई के बम धमाकों समेत आतंकवाद फैलाने के अलावा जाली नोट और सट्टेबाजी का कारोबार चलाने जैसे सैकड़ों आरोप हैं। वह भारत के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। अमेरिका की वांटेड लिस्ट में भी इसका नाम है। 1993 के मुंबई हमलों की साजिश रचने वाला दाऊद धमाके से पहले जब भारत छोड़कर गया था, तब वह 37 साल का था। पिछले 22 साल से भारत को इसकी तलाश है। अमेरिका के मुताबिक दाऊद के अल-कायदा से रिश्ते हैं। दाऊद का जन्म 27 दिसंबर 1955 को मुंबई में हुआ था। दाऊद के पिता मुंबई पुलिस में कांस्टेबल थे। मुंबई के डोंगरी इलाके में रहते हुए दाऊद ने गैंगवार की शुरुआत की थी।