सिडनी: ऑस्ट्रेलिया का चॉकलेट कैफे बंधक संकट खत्म हो गया है जिससे देश ने राहत की सांस ली है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बंधक ड्रामा 17 घंटे बाद खत्म हो गया। ऑस्ट्रेलियन टाइम के हिसाब से ये ड्रामा उस वक्त शुरू हुआ जब भारत में सुबह 4.45 मिनट बजे थे। पूरे 17 घंटे चले ड्रामे के बाद रात के 9 बजे सभी बंधकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। ऑपरेशन के दौरान मारा गया मोनिस कथित तौर पर एक धार्मिक नेता बताया जा रहा है। पिछले साल नवंबर में उसपर अपनी पूर्व पत्नी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा, जिसे उसके आवासीय परिसर में चाकू घोंपकर मौत के घाट उतार दिया गया था। मार्च में उसपर एक युवती के यौन शोषण और उसपर अभद्र हमला करने का आरोप लगा। पुलिस ने आरोप लगाया है कि हारून मोनिस स्वयंभू ‘तांत्रिक’ था और वेंटवर्थविल में स्टेशन स्ट्रीट परिसरों में सक्रिय रहता था। आरोप है कि वह स्थानीय अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों को ‘आध्यात्मिक सलाह’ देने की पेशकश करता था। उसका दावा था कि वह ज्योतिष, अंकशास्त्र, ध्यान और काले जादू का माहिर है। यह बंदूकधारी 1996 में शरणार्थी के तौर पर आस्ट्रेलिया आया था। वह अफगानिस्तान में अपनी जान गंवाने वाले आस्ट्रेलियाई सैनिकों के परिवारों को चिट्ठियां लिखकर चर्चा में आया, जिन्हें वह हत्यारे कहा करता था। सिडनी व्यवसायिक जिले के बीचोंबीच स्थित मार्टिन प्लेस के लिंट चाकलेट कैफे में था, जब बंदूकधारी ने कैफे में प्रवेश किया और वहां मौजूद लोगों को बंधक बना लिया। गौर हो कि कल रात हुए ऑपरेशन में 50 साल के बंदूकधारी हारून मोनिस तथा दो बंधक मारे गए हैं और चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा कि बंदूकधारी को गोली मारी गई और एक स्थानीय अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। साथ ही दो बंधकों- 34 वर्षीय पुरूष और 38 वर्षीय महिला को भी अस्पताल में मृत घोषित किया गया। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी सहित चार लोग घायल हुए हैं।