प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम लोगों को खूब भा रहा है। मोदी चाय पर चर्चा करते-करते कई बड़े-बड़े मुद्दों पर अपनी राय जाहिर कर लोगों से भी उनकी उम्मीदें जान लेते हैं। आज प्रधानमंत्री सरकार के सभी सचिवों से चाय पर चर्चा करेंगे। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने नौकरशाहों से कहा था कि अगर कोई परेशानी है, तो वे सीधे उनसे मिल सकते हैं। साथ ही मोदी ने कहा कि वे प्रशासनिक नियमों एवं प्रक्रियाओं को आसान बनाएं, ताकि वे जनहितैषी बन सकें। उसके बाद से सरकार ने ऐसे 1000 से ज्यादा नियमों-कानूनों की पहचान की है, जो रद्द किए जाने की प्रक्रिया में हैं। सरकार के सूत्रों ने बताया कि शीर्ष सचिवों को आज नरेंद्र मोदी ने चाय पर बुलाया गया है। प्रधानमंत्री इस दौरान जिस दौरान काम के बाबत चर्चा होने की संभावना है। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री बनने के नौ दिनों बाद ही मोदी ने चार जून को भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के सचिवों एवं वरिष्ठ अधिकारियों से ढाई घंटे तक मैराथन मुलाकात की थी। उस बैठक में मोदी ने नौकरशाहों से कहा था कि वे ऐसे 'पुराने' नियमों एवं प्रक्रियाओं को छोड़ें, जिससे प्रशासन प्रभावित होता है। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी को 'चाय पर चर्चा' का आइडिया कांग्रेस नेताओं की बदजुबानी से ही मिला था। कांग्रेस नेताओं ने नरेंद्र मोदी के चाय वाला होने पर टोंट कसा था। तब नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम कर सीधे जनता से संपर्क साधा था।