उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पिछले शुक्रवार को हुए लो-इंटेसिटी ब्लास्ट के सुराग खोजने के लिए सुरक्षा एजेंसियां जी-जान लगा रही हैं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध ब्लास्ट के घायल साथी को रिक्शा में डॉक्टर के पास ले जाते दिखाई दिए हैं। शक की बिनाह पर 2 बहनों को भी हिरासत में लिया गया है। शुक्रवार को यहां के जाटन इलाके के रिहायशी इलाके में ये धमाका हुआ था। पुलिस के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में मध्य प्रदेश के खंडवा से भागे छह सिमी आतंकी यहां बम बनाने की कोशिश कर रहे थे और इसी दौरान ये धमाका हुआ। बिजनौर के एक भीड़-भाड़ भरे इलाके की सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध ब्लास्ट के घायल साथी को रिक्शा में डॉक्टर के पास ले जाते दिखाई पड़े हैं। संदिग्ध आतंकियों की तलाश में एनआईए एटीएस और स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। शहर भर में संदिग्धों को पोस्टर चिपकाए गए हैं। आतंकियों की तलाश में एनआईए ने काजीपाडा इलाके के एक मकान पर छापा मारकर कुछ सुराग बरामद किए हैं। यहीं से शक की बिनाह पर 2 बहनों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस को शक है कि आतंकी बिजनौर के पास उमरी गांव में भी छिपे हो सकते हैं। लेकिन अभी तक उन्हें खोजने में कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है।