नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद पहले 100 दिनों के दौरान देश में सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ने का दावा लगाते हुए मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘पहले 100 दिनों में सबसे चिंताजनक पहलु वह तरीका है जिसमें सांप्रदायिक तनाव बढ़ा नहीं बल्कि बढ़ाया गया।’ उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद अनुच्छेद 370 और समान नागरिक संहिता से जुड़े बयान सामने आए जिनका उद्देश्य सांप्रदायिक शांति को कम करना था। तिवारी ने साथ ही ‘लव जेहाद’ विवाद को लेकर कहा, ‘मुझे अब भी समझ नहीं आता कि कौन ‘लव’ और ‘जेहाद’ को एक ही अभिव्यक्ति का हिस्सा बना सकता है। लेकिन सांप्रदायिक धुव्रीकरण के लिए सरकार ऐसा करने में बहुत सफल रही है।’ तिवारी ने राजग सरकार के 100 दिनों का जायजा लेने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘इन सबके बीच प्रधानमंत्री की चुप्पी बनी हुई है। इस चुप्पी का मतलब यह है कि कहीं ना कहीं इन संगठनों को सरकार से प्रोत्साहन मिल रहा है।’