16 दिसंबर, 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप से एक ओर जहां पूरे देश में उबाल आ गया था, जिसे देश की आजादी के बाद दूसरा जनाक्रोश तक जतलाया गया है उसपर देश के रक्षा मंत्री का यह बयान कि यह एक छोटी घटना थी से एक बार बवाल हो गया है। दरअसल, देश के रक्षा व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को देश भर के पर्यटन मंत्रियों की बैठक में कहा था कि दिल्ली में रेप (निर्भया कांड) की एक छोटी वारदात को दुनियाभर में जिस तरह से दिखाया गया उससे भारत को वैश्विक पर्यटन में (ग्लोबल टूरिज़्म) अरबों डॉलर का नुकसान हुआ। लेकिन जैसे ही जेटली के उक्त विवादास्पद बयान की तीखी आलोचना होने लगी जेटली सफाई देते हुए कहा है, 'मेरे उक्त बयान को गलत तरीके से समझा गया। बकौल जेटली, रेप की घटना को छोटी घटना बताने की मेरी कोई मंशा नहीं थी और न ही मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का था। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मुझे इसके लिए खेद है। जेटली के उक्त बय़ान पर आम आदमी पार्टी ने भी कड़ी आपत्ति जताई। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा है, मोदी जी! आप तो भाषण देते थे कि रेप की घटना से आपका माथा शर्म से झुक जाता है। अब जेटली जी की हरकत से आपको कुछ शर्म आती है क्या? वहीं, कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने इसे 'बेवकूफाना और भयानक' बयान की संज्ञा देते हुए कहा कि अरुण जेटली को देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।