सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर में स्थिति पहले के मुकाबले शांत दिख रही है। शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हैं और छोटे ड्रोन की मदद से भी इलाके पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने पिछले 48 घंटे से जारी कर्फ्यू में सोमवार को ढील देने का निर्णय किया है। अब तक इस मामले में 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को सहारनपुर के नए शहरी क्षेत्र में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक और पुराने शहर में दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है। कर्फ्यू में ढील के दौरान बाजार खुलेंगे और लोग अपनी जरूरत का सामान खरीद सकेंगे। हिंसा की घटना को लेकर आरोप प्रत्यारोपों का दौर जारी है। भाजपा ने सपा पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया है तो कांग्रेस ने ‘खामियों’ के लिए उप्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। दो समुदायों के बीच भूमि विवाद को लेकर टकराव होने के बाद कुछ जगहों पर आगजनी की घटना हुई और तनाव फैल गया। स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया और देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए। सहारनपुर की जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने बताया कि रविवार को किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नही है और स्थिति धीरे धीरे सामान्य हो रही है। सहारनपुर में हिंसा में 33 लोग घायल हुए हैं जबकि मृतकों की संख्या तीन है। उपद्रवियों ने 22 दुकानों को आग लगा दी और 15 वाहन भी जलाए गए। उन्होंने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सहारनपुर में हुई हिंसा तथा सीतापुर में वायुसेना के हेलीकाप्टर गिरने की घटनाओं में मारे गये लोगों के परिजनों को 10-10लाख रूपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। सहारनपुर में हुई घटना में मृतक व्यक्तियों के परिजनों को 10-10 लाख रूपये तथा घायलों को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की गई है।