प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओखी तूफान का जायजा लेने लक्षद्वीप पहुंचे। उन्होंने यहां रिव्यू मीटिंग ली। इसके बाद पीएम तमिलनाडु और केरल भी जाएंगे। वे देर रात ही मेंगलुरु पहुंच गए थे। मंगलवार सुबह वे लक्षद्वीप के लिए रवाना हुए थे। मोदी अपने दौरे में मछुआरों और किसानों समेत तूफान से प्रभावित लोगों से भी मुलाकात करेंगे। 200 मछुआरे अभी भी लापता - न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मोदी तिरुवनंतपुरम में 2 और कन्याकुमारी में ओखी प्रभावित एक गांव का दौरा करेंगे। - बता दें कि 30 नवंबर को केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप समेत कई तटीय इलाकों में ओखी तूफान ने कहर बरपाया था, जिसके चलते तिरुवनंतपुरम और कोल्लम में करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें ज्यादातर मछुआरे थे। करीब 200 से ज्यादा मछुआरे अब भी लापता हैं। रक्षा मंत्री पहुंची थीं तमिलनाडु - ओखी तूफान के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3-4 दिसंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी और तिरुवनंतपुरम में ओखी प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। - कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा की अगुआई में नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी (एनसीएमसी) की मीटिंग 4 दिसम्बर को की गई और इस दौरान चक्रवाती तूफान से प्रभावित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चलाए जा रहे राहत और बचाव के कामों का रिव्यू किया गया था। राहुल कर चुके इलाकों का दौरा - बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन इलाकों का दौरा कर विक्टिम्स से मुलाकात की थी। - राहुल ने ओखी प्रभावितों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर भी लिखा था। ओखी पर हुई थी राजनीति - ओखी तूफान को लेकर राजनीति हुई थी। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने हैदराबाद से वक्त पर अलर्ट केरल नहीं पहुंचने का आरोप लगाया था। - मछुआरों की फैमिली का भी आरोप था कि केरल सरकार की ओर से उन्हें तूफान की कोई चेतावनी नहीं दी गई।