उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा चेयरमैन का पद संभालने के बाद पहले दिन सदन की कार्यवाही में दो मामूली बदलाव किए। संसद का विंटर सेशन (शीतकालीन सत्र) शुक्रवार से शुरू हुआ। इस मौके पर वेंकैया ने कहा कि सदन के पटल पर जानकारियां रखते वक्त कोई भी मंत्री पेपर्स में 'आई बेग टू' जैसे औपनिवेशिक शब्दों का इस्तेमाल न करें। आजाद देश में कोई विनती क्यों करे? दूसरी ओर, विपक्ष ने पहले दिन पूर्व प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी के कमेंट और शरद यादव की सदस्यता खत्म करने को लेकर हंगामा किया। बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह भी बतौर सांसद पहली बार कार्यवाही में शामिल हुए। - कार्यवाही के दौरान वेंकैया ने कहा, ''कोई भी सदन के पटल पर रखी जानकारियों में 'आई बेग टू...' लाइन न लिखे। इसके स्थान पर सिर्फ इतना लिखें कि 'आई रेज टू ले ऑन द टेबल।' किसी को विनती करने की जरूरत नहीं... यह आजाद भारत है।'' - राज्यसभा के सभापति ने ऐसा इसलिए कहा, क्योंकि सदन की शुरुआत से पहले कई मंत्रियों ने अपने विभागों की जानकारियों के साथ पेपर्स पर एक वाक्य लिखा था- "I beg to lay on the table the papers listed against my name in today's revised list of business." - हालांकि, इसके बाद वेंकैया ने साफ किया कि यह कोई ऑर्डर नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री इसे एक सुझाव की तरह ले सकते हैं। राज्यसभा में दूसरा बदलाव क्या हुआ? - वेंकैया ने राज्यसभा की कार्यवाही में दूसरा बदलाव भी किया। सेशन के पहले दिन उन्होंने खड़े होकर दिवंगत सदस्यों के लिए श्रद्धांजलि संदेश पढ़ा। - इसके उलट पहले राज्यसभा के चेयरमैन रहे हामिद अंसारी और भैरों सिंह शेखावत सीट पर बैठकर ही श्रद्धांजलि संदेश पढ़ते आए थे। - दूसरी ओर, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी श्रद्दांजलि संदेश पढ़ने के लिए अपनी सीट पर खड़ी हो जाती हैं।