भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने संप्रग सरकार पर निर्भया फंड की आड़ में देश की महिलाओं को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मद में एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया। मोदी ने चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा, जब निर्भया की मौत हुई तब देश सदमें में था लेकिन संप्रग सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने के लिए कुछ नहीं किया। ऐसे समय में जब देश एकजुट होकर इसके खिलाफ उठ खड़ा हुआ तब पिछले बजट में 1000 करोड़ रूपये के बजट की घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि सरकार इतनी क्रूर कैसे हो सकती है कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए इस वर्ष बजट में एक पैसा नहीं खर्च किया गया जबकि इसी कोष में 1000 करोड़ रूपये की फिर घोषणा कर दी गई। मोदी ने कहा, कांग्रेस युवाओं को रोजगार देने में असफल रही जैसा कि उसने पूर्व में अपने घोषणापत्र में वादा किया था। उसने आपसे किया गया वादा तोड़ दिया और अब आपकी बारी उससे नाता तोड़ने की है। पहले आपको उन लोगों से बचाना है जिन्होंने आपको बर्बाद किया और उसके बाद देश को बचाने में मदद करनी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व सहयोगी द्वारा पुस्तक में किये गए दावे को लेकर सोनिया और राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, यह (पुस्तक में) स्पष्ट है कि वास्तव में प्रधानमंत्री कौन था। मनमोहन सिंह क्या कहते हैं वह मायने नहीं रखता। दोनों मां और बेटे को इसकी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा, संजय बारू की पुस्तक द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर ने उसे सामने ला दिया है जो हम (भाजपा) लंबे समय से कहते आ रहे थे - कि मां और बेटे प्राथमिक नीति निर्माता हैं और (प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह महज दिखावा हैं। मोदी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, आज, मुझे एक बहुत ही मजेदार सूचना मिली। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान 1100 से अधिक भाषण दिए। यह केवल यह साबित करने के लिए है कि वह मौन मोहन सिंह नहीं हैं। यह बयान मनमोहन सिंह के संचार सलाहकार पंकज पचौरी ने सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार बारू के क्षति पहंुचाने वाले दावों की काट करने के लिए कल जारी किया था। मोदी ने कहा कि यह अधिक उचित होता यदि प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पर कोई बयान जारी किया होता कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गरीब और आम आदमी के लिए क्या किया। उन्होंने कहा, क्या पीएमओ ने कभी घोषणा की कि उन्होंने कोच राजबोंगशियों या असम के आदिवासियों के लिए क्या किया? नहीं, उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि वे आपको कोई अहमियत नहीं देते या आपको ले कर चिंतित नहीं हैं। वे बस उसी वक्त आपको याद करते हैं जब चुनाव आता है। अब उनको भूलने की आपकी बारी है। मोदी ने सोनिया और राहुल पर गुजरात के बारे में झूठ प्रचारित करने का आरोप लगाया और उनके द्वारा किये गए इस दावे को खारिज किया कि उनके राज्य में छोटे उद्योग बंद हो रहे हैं। मोदी ने कहा, कांग्रेस आपको छलती रही है। जब उन्हें आपके वोट की जरूरत पड़ी तो मां और बेटा आगे आ गए और सरकार चलाने में पर्दे के पीछे रहे। मोदी ने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके कारण ही असम में बांग्लादेशियों को महत्व दिया जा रहा है जबकि हिंदू बंगालियों को नजरंदाज किया जा रहा है जो अत्याचार के चलते उस देश को छोड़कर आ गए। मोदी ने कहा, ऐसा क्यों है कि बांग्लादेश के हिंदू बंगालियों को भारतीय होने का अधिकार नहीं दिया जाता? ऐसा क्यों है कि वे अभी भी डी (संदेहास्पद) मतदाता हैं और वे शिविरों में रहने को मजबूर हैं। क्या यह अन्याय नहीं है? उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा के रूख का उल्लेख करते हुए कहा, हम अपनी नीतियां नहीं छुपाते। हम वोट बैंक राजनीति में विश्वास नहीं करते जिसके तहत हमारे अपनों पर अत्याचार किया जाता है और विदेशियों का बांह फैलाकर स्वागत किया जाता है। उन्हें (हिंदू बंगाली शरणार्थियों) उनका उचित सम्मान मिलना चाहिए ताकि वे सम्मानित भारतीय हो सकें।