गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए अमित शाह और स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को नॉमिनेशन दाखिल कर दिया। है। उधर, कांग्रेस के 3 और विधायकों- छनाभाई चौधरी, मान सिंह चौहान और रामसिंह परमार ने भी इस्तीफा दे दिया। गुरुवार को पार्टी के 3 विधायकों बलवंतसिंह राजपूत, डॉ. तेजश्री पटेल और पीआई पटेल ने इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। वाघेला समेत 7 विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी के केंडिडेट अहमद पटेल का राज्यसभा में जाना और मुश्किल हो गया है। राघव सिंह भी दे सकते हैं इस्तीफा... - न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शुक्रवार को विधानसभा स्पीकर रमनलाल वोरा ने कहा कि उन्हें कांग्रेस के कुल 6 पांच विधायकों के इस्तीफे मिले हैं। उनके इस बयान के बाद दोपहर रामसिंह परमार ने भी इस्तीफा दे दिया। शंकर सिंह वाघेला पहले ही इस्तीफा दे चुके थे। इस तरह कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों की संख्या 7 हो गई है। - बताया जा रहा है कि जामनगर ग्रामीण से विधायक राघव सिंह पटेल ने भी कहा है कि वह अगला चुनाव कांग्रेस से नहीं लड़ेंगे और जब बीजेपी कहेगी, इस्तीफा दे देंगे। - गुजरात में कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद अब पार्टी के राज्यसभा कैंडिडेट अहमद पटेल की राह मुश्किल हो गई है। 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए अहमद पटेल को - पटेल को जीत के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए। गुजरात असेंबली में कांग्रेस के 54 विधायक थे। इनमें से वाघेला समेत 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस तरह अब उसके पास 47 विधायक बचे हैं। अंदरूनी कलह के चलते राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के 11 विधायक क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं। बता दें कि पटेल कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के पॉलिटिकल एडवाइजर हैं। कुछ और MLAs छोड़ सकते हैं कांग्रेस का साथ - न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, 21 जुलाई को कांग्रेस छोड़ने वाले शंकर सिंह वाघेला के कुछ और सपोर्टर विधायक राज्यसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ सकते हैं। इनमें वाघेला के बेटे महेंद्र सिंह के अलावा राघवजी पटेल के नाम अहम हैं। - एक बीजेपी नेता ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग का मतलब है कि कांग्रेस अपने 11 विधायकों को खो चुकी है। क्या है गुजरात असेंबली का गणित? - गुजरात असेंबली में कुल 182 सीटें हैं। कांग्रेस के 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। अब असेंबली में 175 MLA बचे हैं। - यहां बीजेपी के 121, कांग्रेस के 47 (वाघेला समेत 7 के पार्टी छोड़ने के बाद), एनसीपी के 2 और जेडीयू का एक विधायक है। - दूसरी ओर, अगर कांग्रेस के विधायकों ने फिर क्रॉस वोटिंग की तो पटेल के लिए 46 वोट तक पहुंचना मुश्किल होगा। एनसीपी के 2 MLA वाघेला के सपोर्ट में जाते दिख रहे हैं। पटेल के नॉमिनेशन से नाराज थे राजपूत - बलवंत सिंह राजपूत नॉमिनेशन फाइल करेंगे। लेकिन अहमद पटेल ने पहले ही नॉमिनेशन फाइल कर चुके हैं। अगर वो चुने जाते हैं ये राज्यसभा में उनका 5th टर्म होगा। जब राजपूत को लगा कि कांग्रेस उनको राज्यसभा नहीं भेजेगी तो उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। - अब वो अहमद पटेल के खिलाफ नॉमिनेशन फाइल करेंगे। गुजरात से बीजेपी सांसद (राज्यसभा) स्मृति ईरानी, दिलीप पंड्या और कांग्रेस सांसद अहमद पटेल का टेन्योर अगले महीने खत्म हो रहा है। - बुधवार को दिल्ली में हुई पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग में बीजेपी ने अमित शाह और स्मृति ईरानी को गुजरात से राज्यसभा भेजने का फैसला किया था। टॉप लीडरशिप ने हार का कॉन्ट्रैक्ट ले लिया - बलवंत सिंह राजपूत सिद्धपुर, डॉ. तेजश्री पटेल वीरमगाम और प्रहलाद पटेल वीजापुर सीट से विधायक का चुनाव जीते थे। कांग्रेस ने उन्हें असेंबली में चीफ व्हिप (मुख्य सचेतक) बनाया था। - इस्तीफे के बाद तेजश्री पटेल ने कहा, ''पार्टी के अंदर जारी लड़ाई के चलते मुझे अजीब लग रहा था। कांग्रेस लीडरशिप हमें सुनती नहीं है, ऐसा लगने लगा था कि उन्होंने हमारी हार का कॉन्ट्रैक्ट ले लिया हो।'' - स्टेट प्रेसिडेंट जीतू वाघाणी ने बीजेपी ऑफिस 'श्रीकमलम' में तीनों को पार्टी की मेंबरशिप दिलाई। इस मौके पर वाघाणी ने कहा कि कांग्रेस की रीति और नीति ऐसी है कि कोई भी अच्छा आदमी इसमें नहीं टिक सकता।