पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मशर्रफ ने खुलासा किया है कि 16 साल पहले वो भारत पर न्युक्लियर अटैक का प्लान बना रहे थे। मुशर्रफ के मुताबिक- वो प्लान जरूर बना रहे थे कि लेकिन जब उन्हें डर था कि भारत भी जवाबी हमला करेगा तो उन्होंने ये इरादा टाल दिया। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने बात जापान के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कही। और क्या मुशर्रफ ने... - परवेज मुशर्रफ जो खुलासा कर रहे हैं वो 2001 के संसद हमले से जुड़ा हुआ है। उस वक्त मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। - पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने जापान के अखबार ‘मेनिची शिंबुन’ को एक इंटरव्यू दिया। इसी इंटरव्यू में उन्होंने भारतीय संसद पर हमले और उसके बाद के तनाव का जिक्र किया है। अखबार ने अपने जैपनीज और इंग्लिश दोनों वर्जन में ये इंटरव्यू पब्लिश किया है। कई रातों बगैर नींद के गुजारीं - 73 साल के मुशर्रफ के मुताबिक, भारतीय संसद पर हमले के बाद वो कई रातों तक सो नहीं पाए। मुशर्रफ ने कहा- मैं खुद से ये सवाल पूछता रहता था कि मुझे एटमी हथियार तैनात करने चाहिए या नहीं। - परवेज ने खुलासा किया कि वो एटमी हथियार इस्तेमाल करने के बारे में उन्होंने काफी सोचा लेकिन भारत के जवाबी हमले के डर से इरादा बदल दिया। - अखबार के मुताबिक- उस दौर में भी मुशर्रफ ने कभी इस बात से इनकार नहीं किया था कि वो भारत के खिलाफ एटमी हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं। तैयार नहीं थी एटमी मिसाइल - मशर्रफ ने इंटरव्यू में ये भी खुलासा किया कि 2001 में भारत और पाकिस्तान दोनों की मिसाइलों पर वाॅरहेड्स (एटम बम) नहीं लगाए गए थे। मुशर्रफ के मुताबिक- एटमी हमला करने के लिए एक से दो दिन लग सकते थे। - जब उनसे ये पूछा गया कि क्या उन्होंने मिसाइलों पर वॉरहेड्स लगाने का ऑर्डर दिया था? पूर्व तानाशाह ने कहा- हमने ऐसा नहीं किया और मुझे लगता है कि भारत ने भी न्युक्लियर वॉरहेड्स मिसाइलों पर नहीं लगाए होंगे। थैंक गॉड। शरीफ का तख्तापलट किया था मुशर्रफ ने - नवाज शरीफ लंबे वक्त से पाकिस्तान के बाहर रहे हैं। मुल्क की अदालत ने एक बार उन्हें भगोड़ा भी करार दिया था। 1999 में आर्मी चीफ रहते हुए उन्होंने नवाज शरीफ सरकार का तख्तापलट किया था। - उस दौरान शरीफ को कुछ महीने जेल में काटने पड़े थे। इसके बाद मुशर्रफ ने उन्हें सऊदी अरब जाने की इजाजत दे दी थी। - 2001 से 2008 तक वो राष्ट्रपति रहे। 2007 में उन पर बेनजीर भुट्टो की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगा था।