सीबीआई ने मंगलवार को एक करप्शन केस में इन्फोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (ईडी) के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर जेपी सिंह समेत 4 को अरेस्ट किया। तीन अन्य लोगों में ईडी के ऑफिशियल संजय कुमार भी शामिल हैं। सिंह समेत इन सभी पर IPL क्रिकेट सट्टेबाजी घोटाले की जांच के दौरान भारी रिश्वत लेने का आरोप है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जेपी सिंह कस्टम्स एंड एक्साइज विंग के 2000 बैच के IRS (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) अफसर थे। - सीबीआई ईडी की शिकायत के आधार पर इस मामले की जांच कर रही थी। - सिंह बाद में अपने पैरेंट कैडर कस्टम्स एंड एक्साइज विंग के कमिश्नर बन गए थे। - सीबीआई ने इस मामले में सिंह के अलावा ईडी के अफसर संजय कुमार और प्राइवेट पर्संस विमल अग्रवाल और चंद्रेश पटेल को भी अरेस्ट किया है। सीबीआई का क्या कहना है? - सीबीआई ने सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद एक बयान में कहा था, "ईडी के कुछ अफसरों पर सट्टेबाजी में मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य ऐसी ही गतिविधियों की जांच के दौरान अभियुक्त व संदिग्ध लोगों से भारी रिश्वत मांगने और उसे लेने का आरोप है।" - सिंह और ईडी के ऑफिशियल्स के खिलाफ आईपीसी और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत क्रिमिनल कॉन्सिपिरेसी के प्रोविजंस में केस दर्ज किया गया है। इन मामलों में रिश्वत लेने का है आरोप - सोर्सेज के मुताबिक ईडी की अहमदाबाद यूनिट 2000 करोड़ रुपए के IPL सट्टेबाजी घोटाले और हवाला ऑपरेटर अफरोज फट्टा के खिलाफ 5000 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही थी। इन मामलों के संदिग्धों ने अफसरों से फेवर की मांग की थी। - सीबीआई ने बताया था कि इन मामलों में ईडी अफसरों ने भारी रिश्वत ली थी। - सोर्सेज के मुताबिक ईडी के डायरेक्टर को अहमदाबाद यूनिट के सीनियर अफसरों द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने की कई शिकायतें मिली थीं। वे शिकायतें सीबीआई को फारवर्ड कर दी गई थीं।