अगस्ता वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में सीबीआई ने शुक्रवार को पूर्व एयरफोर्स चीफ एसपी त्यागी समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया। सीबीआई ने कहा है कि गौतम खेतान और वकील संजीव त्यागी उर्फ जूली ने या तो पैसा लिया या दूसरों को गैरकानूनी तरीके अपनाने का लालच दिया। त्यागी से पहले भी पूछताछ की जा चुकी थी। बताया जा रहा है कि तीनों जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, इसके बाद इनकी गिरफ्तारी जरूरी हो गई थी। क्या है मामला.. - यूपीए-1 सरकार के वक्त अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद की डील हुई थी। डील के तहत मिले 3 हेलिकॉप्टर आज भी दिल्ली के पालम एयरबेस पर खड़े हैं। - डील 3,600 करोड़ रुपए की थी। टाेटल डील का 10% हिस्सा रिश्वत में देने की बात सामने आई थी। इसके बाद यूपीए सरकार ने फरवरी 2013 में डील रद्द कर दी थी। - तब एयरफोर्स चीफ रहे एसपी त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। - जिस मीटिंग में हेलिकॉप्टर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे। इस वजह से कांग्रेस पर भी सवाल उठे थे। अब क्यों चर्चा में आया? - इटली के मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स ने फैसले में माना था कि हेलिकॉप्टर डील में करप्शन हुआ और इसमें इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी त्यागी भी शामिल थे। - 90 से 225 करोड़ रुपए की रिश्वत भारतीय अफसरों को दी गई। - कोर्ट ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर देने वाली कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के चीफ जी. ओरसी को दोषी ठहराया। उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई। - कोर्ट के जजमेंट में चार बार 'सिग्नोरा' (सोनिया) गांधी और दो बार मनमोहन सिंह का जिक्र है। इसलिए बीजेपी ने कांग्रेस के रोल पर सवाल उठाए थे। - इस मामले में एक बिचौलिए ने भी कई खुलासे किए थे।