यहां 4 साल की एक बच्ची अनन्या वर्मा को वंडर गर्ल बताकर उसका 9th में एडमिशन कराने के मुद्दे की काफी चर्चा है। समाचार24 ने अनन्या से कुछ सवाल पूछे। मसलन यूपी के सीएम का क्या नाम है? बराक ओबामा कौन हैं? भारत का राष्ट्रपति कौन है? 11 की टेबल सुनाओ। लेकिन वह एक भी सवालों का जवाब नहीं दे पाई और खिलौनों से खेलती रही। बता दें कि बीते 3-4 दिन से मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है। अब सिस्टम पर उठे सवाल, 9th क्लास में कैसे दिया एडमिशन... - यूपी के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 4 साल की अनन्या को एक्स्ट्रा टैलेंटेड बताकर 9th क्लास में एडमिशन दिलवा दिया। ऐसे में भास्कर के रियलिटी टेस्ट ने डिपार्टमेंट और उसके स्कूल सेंट मीराज के मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, इस टेस्ट के बाद अब डिपार्टमेंट ने मंजूरी को लेकर यूटर्न ले लिया है। बिना टेस्ट, इंटरव्यू के ही दे दी परमिशन - लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) ने अनन्या का टेस्ट लिए बिना ही उसे 9th में पढ़ने की मंजूरी दे दी। - बता दें, अनन्या को 9th में एडमिशन देने के लिए सेंट मीराज इंटर कॉलेज ने 2 जुलाई को डीआईओएस से परमिशन लेने के लिए लेटर लिखा था। - नियम ये है कि ऐसे केस में बाकायदा टेस्ट या इंटरव्यू के बाद ही एजुकेशन डिपार्टमेंट ऐसी परमिशन दे सकता है। - लखनऊ के डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने मामले पर 4 दिन में ही यूटर्न ले लिया। - 20 अगस्त को त्रिपाठी ने स्कूल को लेटर लिखकर अनन्या को 9th में पढ़ने की मंजूरी दी थी, लेकिन dainikbhaskar.com के रियलिटी टेस्ट के सामने आने पर फैसला बदल दिया। - त्रिपाठी का कहना है, 'परमिशन तो दे दी है, लेकिन कम उम्र होने के कारण सॉफ्टवेयर अनन्या का एडमिशन फॉर्म एक्सेप्ट नहीं कर रहा है। ऐसे में उसका एडमिशन रद्द हो जाएगा।' अनन्या की मां बोलीं- हमारी बच्ची 4 दिन से परेशान हो गई है - जब हमारी टीम ने अनन्या के घर का बुधवार को दौरा किया तो वहां अनन्या की मां छाया मिलीं। - जब उनसे पूछा गया कि अनन्या की उम्र कम है और उसका 9th में एडमिशन किस आधार पर हो रहा है तो उन्होंने कहा, 'हमारे पास अनन्या को सिखाने के लिए बेसिक गिनती और हिंदी वर्णमाला से ज्यादा कुछ नहीं था।' - 'सेंट मीराज कॉलेज के टीचर निरंजन ने कहा था कि अनन्या को 9th में पढ़ाना चाहिए। इसी के बाद उसका एडमिशन वहां करवाया गया।' - उन्होंने आगे बताया, '4 दिन से कॉलेज के मैनेजर उसे लेकर मीडियावालों से मिलवा रहे हैं। ऐसे में बच्ची काफी परेशान हो गई है।' साइकेट्रिस्ट बोले- ऐसी कंडीशन में अनन्या पर पड़ेगा दबाव - सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. हरजीत सिंह ने बताया, 'अनन्या की उम्र महज 4 साल है। उसके न्यूरान तो काफी एक्टिव हैं, लेकिन मस्क्युलर डेवलपमेंट नहीं हो पाया है।' - 'ऐसे में चीजों को रिटेन करने में उसे काफी परेशानी हो रही है। अगर उसे जबरदस्ती बड़ी क्लास में धकेला गया तो उसके दिमाग पर असर पड़ सकता है।' - 'इससे उसकी कैपेबिलिटी भी डाउन हो जाएगी। इस वक्त अनन्या को जबरदस्ती धकेलने और मजाक का पात्र बनाने के बजाय उसकी मदद करनी चाहिए।' - डॉ. सिंह बताते हैं, 'यूएस और यूके में एक्स्ट्रा टैलेंटेड बच्चों के लिए अलग नियम है। वहां तेज बच्चों की कैपेबिलिटी को पहचान कर एजुकेशन डिपार्टमेंट उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए स्पेशल टीचर अप्वाइंट कराता है। डिपार्टमेंट बच्चे की हेल्प करके उसके टैलेंट को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने में मदद करता है।' क्या अनन्या का इस्तेमाल किया जा रहा है? - एजुकेशन डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो सेंट मीराज कॉलेज की कमाई ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसे में अनन्या को वंडर गर्ल डिक्लेयर करके स्कूल वालों को पब्लिसिटी के साथ-साथ एडमिशन भी मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा इसी स्कूल से अनन्या की बड़ी बहन सुषमा वर्मा ने भी पढ़ाई की है। सुषमा ने कम उम्र में ही नरेंद्र मोदी से गोल्ड मेडल हासिल किया है। बाल संरक्षण आयोग जारी करेगा नोटिस - बाल संरक्षण आयोग की चेयरमैन जूही सिंह ने बताया कि खबर उनके संज्ञान में है। इसके आधार पर वह डीआईओएस को नोटिस जारी करने जा रही हैं। बाल आयोग डीआईओएस से पूछेगा कि किस आधार पर अनन्या को 9th में एडमिशन दिया गया। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी।