पूर्वोत्तर में सक्रिय विभिन्न उग्रवादी समूहों को संदेश देते हुए सरकार ने कहा कि अगर वे राष्ट्रविरोधी गतिविधियां छोड़ते हैं तथा बातचीत के लिए गंभीर हैं तो सरकार उनसे बात करने को तैयार है। गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सरकार ‘कोआपरेटिव मूड’ में है और अगर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल उग्रवादी समूह हिंसा का त्याग करते हैं तो सरकार को उनसे बातचीत करने में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कई समूहों से बातचीत जारी रहने का जिक्र किया और कहा कि संसद के मौजूदा सत्र के बाद फिर से स्थिति की समीक्षा की जाएगी विशेषकर बोडोलैंड के दो समूहों के संदर्भ में और सरकार की ओर से इसमें कोई विलंब नहीं होगा