स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने बीमा करने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह को दिल्ली के जनकरपुरी के एक कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें लड़के-लड़कियां शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों ने अलग-अलग नौ फर्जी कंपनियों के जरिए करीब 12 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है। लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता था गैंग... एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक एआरजी स्काई सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड और सीटूसी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड बीमा करने का काम करती है। कंपनी के झांसा देकर ठगी करने की शिकायत मिलने पर इस कंपनी के बारे में जानकारी इकट्ठी कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जालसाज लगातार जगह बदलते रहते थे और अब तक इन्होंने पांच ठिकानों से अपना गोरखधंधा चलाया है। टीम ने ठगी के मास्टर माइंड हरियाणा निवासी राकेश शर्मा, रेलीगेयर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के मैनेजर आकाशदीप, विनय कुमार और रवि दौलत समेत 40 को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में 24 पुरूष व 16 महिलाएं हैं। इनके पास से 200 मोबाइल मिले हैं। ये लोग इंश्योरेंस कंपनियों से डाटा लेकर गोरखधंधा कर रहे थे। बड़े इंश्योरेंस ब्रोकर इन्हें पैसे लेकर डाटा उपलब्ध करा रहे थे। एसटीएफ उनकी भी छानबीन करेगी। इन जालसाजों का लखनऊ में भी ऑफिस है। इनमें सबसे अहम रोल राकेश शर्मा का है। पकड़े गए 16 लड़कियों समेत कुल 36 लोगों को जमानत मिल गई है। बाकी चार मुख्य आरोपियों को खीरी कोतवाली में शनिवार को दाखिल किया जाएगा।