दौसा (राजस्थान) के किसान गजेंद्र सिंह के एक दोस्त ने दावा किया है कि उसे फांसी लगाने के लिए आम आदमी पार्टी यानी ‘आप’ के नेता कुमार विश्वास ने उकसाया था। इस बीच, गजेंद्र की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है तो वहीं, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच तेज कर दी है। दूसरी ओर, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि उनकी सरकार इस मामले की सीबीआई जांच के लिए सिफारिश करेगी। 22 अप्रैल को दिल्ली के जंतर मंतर पर आप की रैली के दौरान गजेंद्र ने कथित तौर फांसी लगा ली थी। कुमार ने कहा था, फांसी पर लटक जाओ तो पीएम भी सुनेंगे शनिवार को गजेंद्र का दोस्त जीत सिंह उसके गांव झामरवाड़ा पहुंचा। उसने वहां मीडिया को बताया कि रैली के दौरान वह गजेंद्र के साथ कुमार विश्वास से मिलने गया। मुलाकात के दौरान गजेंद्र ने कुमार से कहा, ‘हमारी फसलें तबाह हो चुकी हैं, आप क्या कर रहे हैं, हमारे लिए कुछ कीजिए।’ जीत के मुताबिक गजेंद्र की बात सुनकर कुमार विश्वास ने कहा, ‘हम कुछ नहीं कर सकते। तुम अगर पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा लो तो प्रधानमंत्री भी तुम्हारी सुनेंगे।’ जीत ने कहा, कुमार विश्वास ही जीत की मौत के जिम्मेदार हैं। जीत दिल्ली नगर निगम में फोर्थ क्लास वर्कर है। मरना नहीं चाहता था गजेंद्र जीत सिंह के अनुसार गजेंद्र मरना नहीं चाहता था। जीत ने कहा, ‘कुमार से बात करने के बाद जीत पेड़ पर चढ़ गया लेकिन उसका पैर नहीं फिसला था। जो लोग उसे बचाने आए या तो उन्होंने ही गजेंद्र को धक्का दिया या फिर उनकी लापरवाही के चलते उसकी मौत हुई।’ मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट गजेंद्र सिंह की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। अधिवक्ता जीएस मणि ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में तुरंत दखल देने की अपील की है। याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट केंद्र और राज्य सरकारों को इस तरह के मामले रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी करे। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से आग्रह किया है कि वह केंद्र और सभी राज्य सरकारों से इस संबंध में सारे दस्तावेज तलब करके यह पूछे अब तक इस मामले में क्या किया गया है? मणि ने कहा है कि या तो इस मामले में कोई न्यायिक जांच कराई जाए या सुप्रीम कोर्ट के दो रिटायर्ड जजों का आयोग गठित करके जांच कराई जाए। उधूर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी एक वकील ने सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, कुमार विश्वास और आशुतोष के खिलाफ परिवाद दाखिल किया है। क्राइम ब्रांच ने तेज की जांच उधर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जांच तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार पुलिस 'सीक्वेंस ऑफ इवेंट्स' के आधार पर जांच कर रही है और उसके निशाने पर वह दो आवाजें हैं जिनमें कोई कह रहा है ‘लटक जा’। इसके कुछ देर बाद एक और बात सुनाई देती है ‘लटक जा’। पुलिस ने कई टीवी चैनलों से तमाम रॉ फुटेज इकट्ठे कर लिए हैं। अब इनकी बारीकी से पड़ताल की जा रही है। पुलिस उन लोगों से भी संपर्क का प्रयास कर रही है जो घटना के वक्त उस पेड़ के आसपास थे जिस से लटक कर गजेंद्र ने कथित रूप से खुदकुशी की। सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच यह भी जांच रही है कि ऐसे कौन लोग थे जिनकी निगाहें पेड़ की ओर लगातार रही थीं।