आगरा: यहां के एक अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। यहां के जय हॉस्पिटल के संचालक को धमकी भरी चिट्ठी भेजकर पांच लाख रुपए की डिमांड की गई है। चिट्ठी भेजने वाले शख्स ने खुद को आतंकी संगठन आईएसआईएस का कमांडर बताया है। पैसे न देने की हालत में अस्पताल को धमाके से उड़ाने की धमकी दी गई है। खास बात यह है कि इसी अस्पताल में तीन साल पहले 17 सितंबर, 2011 को भी एक विस्फोट हुआ था। वारदात में 7 लोग घायल हुए थे। इस मामले की एनआईए भी जांच कर रहा है, लेकिन धमाका किसने किया, इस बात का पता अभी तक नहीं चल पाया। उधर, पिछली घटना और अब नई धमकी की वजह से अस्पताल के संचालक और कर्मचारी बेहद डरे हुए हैं। अस्पताल भगवान टॉकीज के पास एनएच 2 पर स्थित है। इस हॉस्पिटल के मालिक कुंवर उदयवीर सिंह और डॉ. मानवेंद्र शर्मा हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम उन्होंने चिट्ठी पढ़ी। शर्मा के मुताबिक, चिट्ठी भेजने वाले ने खुद को आतंकी संगठन आईएसआईएस का कंपनी कमांडर मोहम्मद मिर्जा उर्फ बेशाबर बशीदा बताया है। चिट्ठी में लिखा है कि रुपए कब और कहां देने हैं, यह फोन पर बताया जाएगा। रुपए एंबुलेंस से भेजने को कहा गया है। साथ ही, धमकी दी गई है कि यदि रुपए नहीं मिले तो अस्पताल के साथ-साथ डॉक्टर के घर में भी धमाके किए जाएंगे। दिल्ली कोर्ट में धमाके में भूमिका कबूली पत्र भेजने वाले ने लिखा है कि दिल्ली कोर्ट में भी उसने ही धमाका करवाया था। खत के मुताबिक, अब तक 100 ब्लास्ट करवा चुका है। इसमें 150 लोगों की जान जा चुकी है। अब वह आगरा में डेरा डाला चुका है। जम्मू की पुलिस उसके पीछे पड़ी है। हालांकि, उसका मिशन ताजमहल नहीं, बल्कि मुंबई है। 26 जनवरी को मुंबई उसके निशाने पर है। उसका मकसद हिंदुस्तान को गुलाम बनाना है। उसने लिखा है कि उसके साथी इस मिशन को कामयाब बनाएंगे। अस्पताल की सुरक्षा बढ़ी चिट्ठी मिलने के बाद अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसपी सिटी समीर सौरभ ने बताया कि पत्र आगरा से ही भेजा गया है। लिखावट से लगता है कि इसे भेजने वाला कम पढ़ा-लिखा है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है।