लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘सेंटर फार रिमोट सेंसिंग’ के अध्यक्ष कुलदीप उज्ज्वल के पिता द्वारा बागपत में पुलिसकर्मियों से बदसलूकी को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को उन 82 अध्यक्षों और सलाहकारों को बर्खास्त कर दिया, जिन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विभिन्न संगठनों और संस्थाओं के 82 अध्यक्षों और सलाहकारों को तत्काल प्रभाव से बर्ख्रास्त कर दिया है। प्रवक्ता ने बताया कि हालांकि, हिंदी भाषा संस्थान के अध्यक्ष गोपाल दास नीरज, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के अध्यक्ष यू पी सिंह और उत्तर प्रदेश योजना आयोग के उपाध्यक्ष एन सी बाजपेयी अपने पद पर बने रहेंगे, क्योंकि तीनों संवैधानिक पद हैं और इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल है। कुलदीप उज्ज्वल के पिता धरमपाल चौधरी ने एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को वर्दी उतरवा लेने की कथित रूप से धमकी दी थी। पुलिसकर्मी गोहत्या के आरोपी चार व्यक्तियों को गिरफ्तार करने बुधवार को बलौनी थाना क्षेत्र के मावीकला गांव गये थे। मामला तब प्रकाश में आया, जब एक गांव वाले ने पूरी घटना अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद कर ली और ये ‘क्लिपिंग’ स्थानीय मीडिया में पहुंच गयी।