डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के केंद्र में जाने की चर्चाओं के बीच अब ये बात सामने आ रही है कि सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच सब कुछ सही नहीं है। सरकार से जुड़ेू सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम केशव मौर्य के काम करने के तरीके से सीएम योगी नाराज चल रहे हैं। साथ ही दोनों में कई मुद्दों को लेकर मतभेद भी बने हुए हैं। वहीं, योगी ने PWD में हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग के संबंध में जवाब तलब भी किया है। बता दें, PWD विभाग केशव मौर्य के पास है। इन मुद्दों से नाराज हैं योगी 1. गड्ढा मुक्ति से हुई किरकिरी - सीएम योगी ने सरकार बनते ही घोषणा की थी कि 15 जून तक यूपी की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाएगा। इस काम को केशव मौर्य ही देख रहे थे, लेकिन डेड लाइन तक सिर्फ 60 प्रतिशत सड़कों का ही पैच वर्क पूरा हो सका। इस वजह से विपक्ष और जनता के सामने सरकार की खूब किरकिरी हुई। जिसकी वजह से सीएम योगी नाराज हैं। 2. PWD में मन मुताबिक किए गए ट्रांसफर, सीएम ने मांगा जवाब - पीडब्ल्यूडी में 25 जुलाई को 17 एई के ट्रांसफर किए गए थे, लेकिन ट्रांसफर लिस्ट पर डेट 15 जुलाई है। इससे साफ है कि ट्रांसफर बैकडेट में किए गए। जबकि नई ट्रांसफर नीति के मुताबिक जिस दिन ट्रांसफर होंगे, उसी दिन की डेट उसपर डाली जाएगी। - इसके अलावा जिन अधिकारियों के ट्रांसफर हुए उनमें इंजीनियर के तौर पर 7 लोगों की तैनाती की गई, जबकि लखनऊ में इंजीनियर लेवल पर पीडब्ल्यूडी में मात्र 4 पद ही हैं। इससे सवाल उठे कि अचानक से 3 इंजिनियरों के पद अलग से कैसे बनाए गए। - पीडब्ल्यूडी में ट्रांसफर पोस्टिंग मामले में पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव सदाकांत और इंजीनियर इन चीफ विजय कुमार सिंह को भी सीएम ऑफिस की ओर से तलब किया गया है। - प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी सदाकांत ने कहा कि, ''हमारे विभाग में कई सालों से ट्रांसफर नहीं किए गए थे, जिससे कुछ अनियमितताएं हो रही थीं। हमने सरकार सही काम करने के लिए ट्रांसफर किए हैं, सभी ट्रांसफर को नियमों के अनुसार ही किए गए हैं। कोई आदेश लिखित रूप में प्राप्त नहीं हुआ है, यदि मिलेगा तो निश्चित तौर पर स्पष्टिकरण देंगे।'' 3. टोल प्लाजा पर वीआईपी लेन को लेकर हुई किरकिरी - योगी सरकार ने केंद्र सरकार की तर्ज पर वीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला लिया था। लेकिन इसके ठीक उलट पिछले दिनों टोल प्लाजा पर वीआईपी लेन बनाने का आदेश दिया गया। - इस आदेश के बाद जनता का नेगेटिव रिएक्शन आने लगा, जिसे देखते हुए सरकार को ये आदेश वापस लेना पड़ा। - यह आदेश भी PWD की ओर से जारी किया गया था। 4. सरकार में दबदबा बनाने को लेकर भी टकराव - सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम केशव मौर्या संगठन और सरकार में अपना दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि केशव मौर्या प्रदेश अध्यक्ष हैं इस लिए वो खुद को सीएम योगी से भी वरिष्ठ मानते हैं। - जब सीएम के नाम की घोषणा होनी थी तब भी केशव मौर्या का नाम सबसे आगे था अचानक से योगी का नाम एनाउंस कर दिया गया, जिससे केशव मौर्या नाराज भी हुए थे। - अभी मंगलवार को मंत्रियों के साथ हुई बैठक में सीएम योगी ने मौर्या के कामकाज पर भी सवाल खड़े किये थे।