यूपी असेंबली इलेक्शन के बीच होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने किसी भी मुस्लिम को टिकट नहीं देने पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा, ''इलेक्शन में बीजेपी को मुस्लिम कैंडिडेट्स को भी उतारना चाहिए था। अगर कोई अल्पसंख्यक कैंडिडेट होता तो हमारा नुकसान नहीं करता। हम कोशिश करेंगे कि आगे ऐसे कैंडिडेट तैयार किए जा सकें।'' बता दें कि बीजेपी ने एक भी मुस्लिम कैंडिडेट चुनाव मैदान में नहीं उतारा है। जबकि यहां मुस्लिम आबादी करीब 19% है। राजनाथ ने टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू में बुधवार को कहा, ''हमने कई दूसरे राज्यों में अल्पसंख्यकों को टिकट दिए हैं। यूपी में भी इस पर बात होनी चाहिए थी।'' - ''मैं वहां नहीं था। मुझे जो पता है, उसी आधार पर बोल रहा हूं। हो सकता है कि उन्हें (बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड को) कोई (अच्छे मुस्लिम कैंडिडेट) न मिले हों।'' - ''हालांकि, मेरा मानना है कि उन्हें (मुसलमानों को) टिकट मिलना चाहिए था। कोई मुस्लिम कैंडिडेट होता तो हमारा नुकसान नहीं करता। हम ध्यान देंगे कि मजबूत अल्पसंख्यक कैंडिडेट तैयार किए जा सकें।'' BJP ने कहा था धर्म-जाति देखकर टिकट नहीं दिए -बीजेपी ने कई बार कहा है कि उन्होंने टिकट बंटवारा काबिलियत और कैंडिडेट के जीतने की संभावना के आधार पर किया है, न कि जाति या धर्म के आधार पर। - बता दें कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने कई मुस्लिमों को कैंडिडेट बनाया। सपा-बसपा लंबे वक्त से चुनाव के दौरान दलित-मुस्लिम कार्ड खेलती आई हैं।