ऋतिक ने फेक ईमेल अकाउंट मामले में नए सबूत पुलिस को मुहैया कराए हैं। पुलिस का कहना है कि वह 30 अप्रैल को कंगना रनोट का बयान बतौर गवाह दर्ज कर सकती है। सोमवार को पुलिस कंगना का बयान दर्ज नहीं कर सकी। वहीं, कंगना के वकील ने कहा है कि यदि वाकई ऋतिक का ईमेल अकाउंट किसी ने हैक किया था, तो अब तक वे चुप क्यों बैठे थे? 40 एडिशनल ईमेल सबूत के तौर पर सौंपे... - एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऋतिक के वकील दीपेश मेहता ने मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम डिविजन को 40 एडिशनल ईमेल सबूत के तौर पर सौंपे हैं। - वकील का दावा है कि ये सभी ईमेल कंगना ने ऋतिक को उनके ऑरिजिनल ईमेल ऐड्रेस पर 24 मई, 2014 के बाद भेजे थे। - वकील के मुताबिक, ये ईमेल इस केस की जांच में अहम साबित हो सकते हैं। पुलिस क्यों दर्ज नहीं कर पाई कंगना का बयान - ऋतिक के आरोपों के मामले में पुलिस की एक टीम को कंगना के घर उनका बयान दर्ज करने के लिए सोमवार सुबह 11: 30 बजे जाना था। लेकिन इसे टाल दिया गया। - पुलिस को एक्ट्रेस के वकील रिजवान सिद्दीकी ने बताया कि कंगना अभी एवेलेबल नहीं हैं। - पुलिस कंगना के लैपटॉप और कम्प्यूटर की भी जांच करना चाहती थी। लेकिन अब वह बयान दर्ज करने के साथ घर की जांच 30 अप्रैल को कर सकती है। कंगना के वकील ने मांगी एफआईआर की कॉपी - इसी बीच, कंगना के वकील ने एफआईआर की कॉपी पुलिस से मांगी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वे बांद्रा कोर्ट में अपील कर सकते हैं। - सिद्दीकी ने कहा- "मेरे क्लाइंट को लग रहा है कि यदि वाकई उनके (ऋतिक) नाम से कोई उनका ईमेल यूज कर रहा था तो उन्होंने उस वक्त शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई। दो साल तक उनकी चुप्पी सवाल पैदा करती है।" - बता दें कि दिसंबर, 2014 में ऋतिक (42) ने साइबर पुलिस में शिकायत की थी कि उनके नाम से कोई शख्स उनके एक फैन से बात कर रहा है। - हालांकि, ऋतिक ने उस वक्त कंगना (29) का नाम नहीं लिया था, क्योंकि ऐसा होने पर पूछताछ के लिए कंगना को भी बुलाया जाता। - मार्च के आखिरी हफ्ते में उन्होंने इस शिकायत को री-ओपन करते हुए एफआईआर दर्ज कराई। इसमें उन्होंने कंगना का नाम लिया। - पुलिस ने सात दिन में कंगना से बयान दर्ज कराने को कहा था। एफआईआर में है कंगना की बहन का नाम - मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईटी एक्ट के सेक्शन 66 सी और 66 डी और आईपीसी के सेक्शन 419 के तहत 25 मार्च को यह एफआईआर दर्ज हुई है। - रिपोर्ट में ऋतिक ने कहा है कि उनके (कंगना के) और फेक ईमेल अाईडी के बीच कई ईमेल हुए। कंगना की बहन इस बात की गवाह हैं। लिहाजा, उनका बयान भी अहम है। - एक्टर ने कहा है कि जिस ईमेल अकाउंट से कंगना को मेल भेजे जा रहे थे, वह उनका था ही नहीं।