बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर भले ही सिल्वर स्क्रीन पर बेहद संजीदा और होनहार दिखती हो, लेकिन वास्तविकता यह है कि करीना पढ़ाई-लिखाई में मामले में बेहद सुस्त और लीचड़ थी। ऐसा हम नहीं खुद बेबो ने शिक्षक दिवस के मौके पर इसका खुलासा किया है। अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए बेबो ने बताया कि मेरी मम्मी मुझे सुबह 7 बजे स्कूल के लिए उठाया करती थीं। मैं उनसे मुझे एक और घंटा सोने देने के लिए कहती, क्योंकि मुझे पता था कि सुबह-सुबह ही भारी-भरकम बस्ते का बोझ उठाना होगा। बकौल करीना, मैं बचपन के दिनों में औसत दर्जे की छात्रा थी और स्कूल के नाम से ही भागने का दिल करता था। उन्होंने बताया कि वह स्कूल के दिनों में बहुत प्रतिभाशाली छात्रा नहीं थी इसलिए शिक्षकों से उन्हें ज्यादा तव्वजो नहीं मिलती थी। करीना ने बताया कि उन्हें स्कूल जाना पसंद नहीं था और अक्सर वो बीच क्लास में ही सो जाती थीं। बेबो ने बताया कि औसत छात्रा होने के नाते उन्हें शिक्षकों का अधिक प्यार नहीं मिला इसलिए वो अपना ज्यादा वक्त फिल्में देखना बीताती थी। हालांकि बेबो शिक्षकों को समझती है। बेबो ने बताया कि शिक्षक मां की तरह ही महत्वपूर्ण हैं और यही वजह है कि शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच परस्पर बातचीत जरूरी है।