बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान से पद्मश्री सम्मान वापस नहीं लिया जाएगा। ये बात खुद सैफ की पत्नी करीना कपूर ने बताई है। साल 2012 में मुंबई के एक रेस्टोरेंट में सैफ की एक व्यापारी से मारपीट के मामले में कोर्ट ने सैफ के खिलाफ आरोप तय किए हैं। इसके बाद से ही इस बाबत कयास लगने लगे कि सैफ से नरेंद्र मोदी सरकार पद्मश्री सम्मान वापस लेने पर विचार कर सकती है। करीना कपूर पहुंची तो थीं अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए, लेकिन वो यहां बताने से नहीं चूकीं कि उनके पति सैफ अली खान से पद्मश्री सम्मान वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार ने हमें लिखित सूचना देकर बताया है कि सैफ से पद्मश्री सम्मान वापस नहीं लिया जाएगा। सैफ को यह सम्मान 2012 से पहले मिला था, इसलिए रेस्टोरेंट वाले विवाद से इसका कोई लेना-देना नहीं है।'' दरअसल, मामला फरवरी 2012 का है, जब मुंबई के एक रेस्टोरेंट में सैफ की हाथापाई दक्षिण अफ्रीका के एक कारोबारी से हो गई। मुंबई की एक अदालत ने मार्च, 2014 में सैफ के खिलाफ आरोप भी तय किए। मगर इसके बाद ही एक आरटीआई कार्यकर्ता ने बीते 14 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय के सामने शिकायत दर्ज कराई और खान से पद्मश्री वापस लिए जाने की मांग की। तर्क ये था कि मुंबई की एक अदालत ने एक रेस्तरां में झगड़े के मामले में सैफ के खिलाफ आरोप तय किए हैं, ऐसे में उनसे यह पुरस्कार छीन लिया जाना चाहिए। पहले तो गृह मंत्रालय ने छानबीन की बात कही मगर, बाद में ये साफ कर दिया कि सैफ को पद्मश्री सम्मान 2010 में दिया गया था और ये झगड़ा 2012 में हुआ है, लिहाजा सैफ से सम्मान वापस लेने का कोई मतलब नहीं बनता। बहरहाल, अक्सर विवादों में रहने वाले सैफ के लिए ये किसी राहत से कम नहीं है। मगर इस बात को भी नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता कि सैफ की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होने वाली।