ये फोटो है नार्वे की सेना में शामिल हुए महिला सैनिकों के पहले बैच की, जिन्हें हाल ही में रिक्रूट किया गया है। नार्वे नाटो का ऐसा पहला सदस्य बन गया है जिसने सेना में पुरुषों के साथ महिलाओं का अप्वाइंटमेंट कम्पलसरी कर दिया है। यहां तक कि सेना में सर्विस देने वाली महिलाओं और पुरुषों को एक ही बोर्डिंग हाउस में रहना भी होगा। आर्मी बेस पर दी जा रही कड़ी ट्रेनिंग... - ईस्ट नॉर्वे के सतरमोएन आर्मी बेस में इन महिला सैनिकों को कड़ी ट्रेनिंग दी गई। - उन्हें हथियार चलाने से लेकर टैंक ऑपरेटिंग तक के बारे में बताया गया। - वहां स्थित बख्तरबंद बटालियन में विभिन्न रैंको में इन्हें शामिल किया गया है। - लेफ्टिनेंट कर्नल पाल बर्गलंड ने कहा कि अब हमें एक बड़े दायरे से सेना के लिए लोगों को चुनने का मौका मिलेगा। 40 साल से दे रहीं सर्विसेज - नार्वे में महिलाओं को पिछले 40 सालों से मिलिट्री सर्विस में वॉलंटियर करने की आजादी थी। - 90 के दशक में मिलिट्री ने पहली बार हेलिकॉप्टर पायलट के तौर पर महिला को चुना। - इसके बाद इसी दशक में पहली महिला जेट पायलट और सबमरीन कमांडर चुनी गई। - 2013 में नार्वे की पार्लियामेंट ने कानून पास कर महिलाओं के लिए भी मिलिट्री सर्विस कम्पलसरी कर दी।