विवादों में रहने वाली राधे मां की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। इस बार उन पर दहेज मांगने को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है। राधे मां की तरह ही यूपी के ही कई तथाकथित संत और बाबा चर्चा में रहे हैं, जिनके ऊपर सेक्स रैकेट चलाने से लेकर हत्या, अपहरण और जमीन कब्जा करने के आरोप लगते रहे हैं। महामंडलेश्वर’सच्चिदानंद उर्फ बीयर बाबा यूपी के विवादित बाबाओं में नया नाम सच्चिदानंद का जुड़ा है। जैसे ही उन्हें निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर बनाया गया, वैसे ही वे विवादों में आ गए। दरअसल, तथाकथित संन्यास लेने से पहले वे नोएडा-दिल्ली एनसीआर में रियल स्टेट कारोबार से जुड़े थे। साथ ही उनका बीयर बार और डिस्को चलता था। इसलिए महामंडलेश्वर पद पर उनकी नियुक्ति को लेकर संत समाज में रोष फैल गया और चारों ओर से इसका विरोध हुआ। विरोध बढ़ता देख बीयर बाबा ने ‘महामंडलेश्वर’ पद से इस्तीफा दे दिया। संन्यास लेने से पहले सच्चिदानंद बालाजी कंस्ट्रक्शन के नाम से रियल स्टेट कारोबार से जुड़े थे। उनका नोएडा के सेक्टर-18 में बीयर बार और डिस्को भी चलता है। यह दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा डिस्को है। वहीं, उनके समर्थक दावा करते हैं कि बाबा ने 22 साल की उम्र में ही घर-परिवार त्याग दिया और संन्यासी हो गए थे। साध्वी ऋतंभरा के गुरु परमानंद पर लगा डकैतों को शरण देने का आरोप स्वामी परमानंद साध्वी ऋतंभरा के गुरु के रूप में जाने जाते हैं। चित्रकूट में आश्रम बनाकर भक्ति में लीन रहने वाले परमानंद का नाम आदर से लिया जाता था, लेकिन एक बार ओरैया में लोगों ने उनके ऊपर जूते-चप्पल फेंके थे। इतना ही नहीं उन पर आश्रम में इलाके के डकैतों को शरण देने का आरोप लगा था।