इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की बबर्रता की एक और कहानी सामने आई है। आतंकियों के चंगुल से बचकर निकली यजीदी महिला फरीदा (परिवर्तित नाम) ने बताया कि कैसे आतंकियों ने महीनों तक उसका रेप किया। साथ ही उसे भूखा-प्यार रखकर उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। बता दें कि आतंकियों ने फरीदा को पिछले साल अगस्त महीने में कुचु गांव से अगवा किया था। कुचु उत्तरी इराक में सिंजर पहाड़ी के पास लगभग 2,000 यजीदी लोगों का एक गांव है। फरीदा बताती है, "आतंकियों ने कुचु पर हमला किया और लगभग 500 पुरुषों को कतार में खड़ा कर मौत के घाट उतार दिया।" 19 साल की फरीदा ने आगे बताया, "हम आतंकियों से घिर चुके थे। आतंकियों ने इस्लाम कबूलने को कहा, लेकिन हम नहीं माने। पूर्वी सीरिया के शहर रक्का में एक बड़े कमरे में हम 80 लड़कियों को रखा गया। सभी सेक्स स्लेव थीं। इनकी बोली लगने वाली थी।" उसने कहा, "आतंकी 12 साल की जुबैदा (परिवर्तित नाम) को भी साथ ले गए। उसे 50 साल के आतंकी को बेचा गया था। मुझे अब भी उन लड़कियों का रोना याद है। बोली लगाते उन आतंकियों का चेहरा याद है।" फरीदा के मुताबिक, सेक्स गुलामों की बोली कई दिनों तक चली। आतंकी आते और अपनी पसंद की लड़कियां उठा ले जाते। कुछ तो दो से तीन भी ले जाते। फरीदा के मुताबिक, उसे नहीं पता कि आतंकियों ने उसकी कितनी बोली लगाई थी। उसने कहा, "हमें न्याय चाहिए। आईएसआईएस की गुलाम मंडी में सारी महिलाएं व लड़कियां यजीदी समुदाय की हैं।" बता दें कि फरीदा और जुबैदा किसी तरह आतंकियों के चंगुल से बचकर निकलने में कामयाब रही।