33 घंटों की जद्दोजहद और 60 करोड़ के खर्च के बाद हरियाणा पुलिस आखिरकार रामपाल को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। इस गिरफ्तारी के साथ ही खुद को भगवान बताने वाले इस शख्स का एक ऐसा सच भी सामने आया है जो आपको हैरान कर देगा। रामपाल को गिरफ्तार करने में हरियाणा पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बुधवार को उसने सरेंडर करने की पेशकश इस शर्त के साथ की थी कि उसके आश्रम की तलाशी नहीं ली जाएगी। पुलिस ने उसकी शर्त को कबूल करने से इनकार कर दिया। 33 घंटे के आपरेशन के बाद। रात के साढे 9 बजे रामपाल की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने सतलोक आश्रम की तलाशी ली तो खुद को भगवान बताने वाले इस शख्स का एक ऐसा सच सामने आया जिससे दुनिया अब तक अनजान थी। जिसे रामपाल आश्रम कहता था दरअसल वो अय्याशी का अड्डा था । पुलिस ने जब आश्रम को खंगालने का काम शुरू किया तो सबसे पहले मेन गेट के पास बने महिला शौचालय की जांच शुरू हुई। इन शौचालयों में पुलिस को बड़ी तादाद में कान्डोम मिले। इतना ही नहीं यहां बड़ी तादाद में खुफिया कैमरे लगे हुए थे, जिनका मुंह शौचालय के अंदर की तरफ किया गया था। पुलिस को कई कमरों में नशीली दवाओं की खेप मिली। आश्रम के अंदर कई जगह से गैस की बदबू आ रही थी। जांच से पता चला कि दरअसल ये बेहोशी की हालत में पहुंचानी वाली गैसे थी। जांच के दौरान कई कमरों में अश्लील साहित्य भी मिला। पुलिस ने कैद कर रखी कई महिलाओं को जब आजाद किया तो मालूम हुआ कि बीते कई दिनों में उनके साथ कई बार दुष्कर्म किया गया था। ये दुष्कर्म करने वाले कोई और नहीं रामपाल के निजी कमांडो थे, जो इन महिलाओं को तहखाने में छिपाकर रखते थे जहां से उनकी आवाज भी बाहर नहीं जा पाती थी।