5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण से प्रभावित हुई हरिद्वार की मनू शिवपुरी ने डॉक्टरी छोड़कर बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक बन गई हैं। मनु शिवपुरी अब हर दिन स्कूल में बतौर शिक्षक लड़कियों को पढ़ाती है। साथ ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं। गौरतलब है बचपन में बच्चे अमूमन पढ़ाई से भागते हैं। क्योंकि परंपरागत टींचिंग शैली में टीचर्स के लेक्चर और क्लासरूम उन्हें बोरिंग लगते हैं, लेकिन हरिद्वार की एक स्कूल छात्राएं अध्यापिका मनु शिवपुरी की शिक्षण शैली से बेहद प्रभावित हैं और उन्हें मजा भी आ रहा है। दरअसल, डॉक्टरी पेशे को छोड़कर टीचर बनी मनु शिवपुरी बच्चों को कोर्स की किताबें नहीं, बल्कि स्टूडेंट्स की मूड फ्रेश करने की क्लास ले रहीं हैं, जहां बच्चों से उनकी हॉबीज़ के बारे में पूछती हैं। पीएम मोदी के भाषण काफी इंस्पायर हैं मनु शिवपुरी बच्चों को उनकी हॉबीज के बारे में जानने की कोशिश करती है, जिससे बच्चों को न केवल विषय से इतर ज्ञान रुचिकर लगता है बल्कि मनोरंजनक भी लगा। मालूम हो, मोदी ने अपने भाषण में सभी पढे लिखे लोगों को हफ्ते में एक दिन स्कूल में जाकर जरूर पढ़ाने की अपील की थी, फिर क्या मनु को इतनी पंसद आई कि वो स्कूल में पढ़ाने पहुंच गई। स्कूल की छात्राएं भी अपने बीच मनु शिवपूरी को पाकर बेहद खुश दिखी। छात्राएं ने बताया कि मनु शिवपूरी की क्लास उनका मूड फ्रेश हुआ ओर वो काफी फ्रेश फील कर रही हैं।उन्होंने आगे कहा कि पढ़ाई के साथ अगर मूड भी फ्रेश रहे तो, इससे बेहतर और क्या होगा। निःसंदहे मनु जैसे ही अगर हर पढ़ा लिखा शख्स बच्चों को जीने की कला सिखाए। बुरे वक्त से कैसा उबरने के टिप्स दे और अपने एक्सपिरियेंस शेयर करें जो उनका हौंसला बढ़ाए, तो यकीकन बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ जिंदगी की वास्तविकता का अनुभव मिलेगा,जो उनके भविष्य को सुनहरा बनाने में मदद जरूर करेगा।